भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। International Women’s Day पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने महिलाओं को लेकर कई बडी घोषणाएं की है।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ऐलान करते हुए कहा कि महिला संविदाकर्मियों (Female contract workers) को भी अब बच्चों को जन्म देने के बाद 180 दिनों का अवकाश दिया जाएगा। जिस गाँव में 3 साल तक बेटी-बेटे का सामान संख्या में जन्म होगा, उस गाँव के विकास के लिए रु. 2 लाख की सहायता अलग से दी जाएगी।मैं आज#InternationalWomensDay पर निर्णय ले रहा हूँ कि हर महिला सफाईकर्मी को सप्ताह में एक दिन छुट्टी (Weekly Off) दी जाएगी।
Employment: रोजगार को लेकर शिवराज सिंह चौहान की पहल- 31 मार्च तक पूरा होगा काम
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि संविदाकर्मी बहनों को बेटे-बेटी के जन्म देने पर शासकीय सेवकों(Government Employees) की तरह 180 दिन का अवकाश दिया जायेगा । गेहूँ खरीदी का कार्य, बच्चों की यूनिफॉर्म (School Uniform) सिलने का कार्य, मध्यान्ह भोजन बनाने का कार्य, शासकीय कैंटीन में भोजन बनाने का कार्य स्वसहायता समूह (Self help group) की बहनें करेंगी। मध्यान्ह भोजन में दाल, तेल, मसाले जैसी आवश्यक वस्तुएँ स्वसहायता समूह से ही खरीदी जाएंगी।
शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने कहा कि महिला के नाम पर नई संपत्ति (Property) खरीदने पर उसमें रजिस्ट्री (Property registry) में 2% की छूट दी जाएगी। बहनें ठेकेदारी का काम करने के लिए पंजीयन (Registration) कराएंगी तो उनसे कोई भी शुल्क नहीं लिया जाएगा। मध्यप्रदेश में रु. 100 करोड़ की लागत से नारी सम्मान कोष बनाया जाएगा जिससे महिलाओं के सम्मान के लिए विभिन्न प्रकार के काम किये जाएँ। बेटियों के लिए करियर काउंसिलिंग (Career counseling) दी जाएगी। चिन्हित ITI में महिलाओं को गाड़ी चलाने का प्रशिक्षण मुफ्त दिया जाएगा।
राहुल गांधी का बड़ा दावा-ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी नहीं बनेंगे CM, BJP में खलबली
सीएम शिवराज ने कहा कि हमें अपने बेटों को संस्कार देने की आवश्यकता है। हम ‘उमंग’ अभियान प्रारम्भ करेंगे और स्कूलों में बेटों को सेंसेटाइज़ कर उन्हें बेटियों को सम्मान देने की शिक्षा (Education) प्रदान करेंगे।मध्यप्रदेश में पंचायतों (Panchayat) में ‘नारी अदालत’ बनाई जाएगी, जिससे घर के आपस के छोटे-मोटे झगड़े सुलझा लिए जाएँ। थाने-अदालत जाने की ज़रूरत ही न पड़े।
सीएम शिवराज ने कहा कि पहले 4% ब्याज़ पर स्वसहायता समूहों को कर्ज (Loan) दिया जाता था। आज मैं महिला दिवस पर निर्णय ले रहा हूँ कि केवल 2% ब्याज़ पर ही मध्यप्रदेश में महिलाओं के स्वसहायता समूहों को कर्ज दिया जाएगा। बाकी कर्ज़ हमारी सरकार भरेगी।नारी तुम अबला नहीं हो, तुम सबला हो।अपनी बहनों का मैं आह्वान करता हूँ, मैं तुम्हें गरीब नहीं रहने दूंगा। हम मध्यप्रदेश में गरीबी को हराएंगे। मैं महिला स्वसहायता समूहों के खातों में हर महीने रु. 150 करोड़ डालूंगा ताकि आपकी आजीविका चलती रहे।
सीएम शिवराज ने कहा कि हमने जब तय किया कि पुलिस में 30% भर्तियाँ ((MP Police Recruitment) बेटियों की होंगी, तो बोला गया कि बेटियाँ क्या करेंगी। मैंने कहा कि बेटियों के हाथ में डंडे दे दो, तो वे गुंडे-बदमाशों की अक्ल ठिकाने लगा देंगी। मुझे खुशी है कि मेरी बेटियों ने मेरे भरोसे को मजबूत किया।’नारी तू नारायणी’ भोपाल में आयोजित यह कार्यक्रम केवल कर्मकांड नहीं है। नारी सशक्तिकरण (Women empowerment) मेरी ज़िंदगी का मिशन है और इस मिशन को पूरा करने के लिए मैं जी और जान से जुटा ।
मोतीलाल नेहरू स्टेडियम, भोपाल में #InternationalWomensDay पर आयोजित 'नारी तू नारायणी' कार्यक्रम। https://t.co/6a2FQhfkT8
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) March 8, 2021