Smart Meter: उत्तर प्रदेश में सभी सरकारी भवनों पर स्मार्ट मीटर लगाने की कार्यवाही चल रही है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद से विभाग प्रमुख स्मार्ट मीटर लगवाने के लिए बिजली कंपनी से निवेदन कर रहे हैं और जो विभाग एडवांस पेमेंट कर रहा है उसके यहाँ तत्काल स्मार्ट मीटर की फिटिंग की जा रही है, मीटर लगने के बाद अधिकारी इस योजना की तारीफ कर रहे हैं।
उपभोक्ताओं को उपयोग की गई बिजली का सही बिल मिले, बिजली चोरी रोकी जा सके और लाइन लॉस कम किया जा सके इन तीन मुख्य उद्देश्य को लेकर देश में तेजी से स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं, उत्तर प्रदेश में भी स्मार्ट मीटर लगाने की योजना चल रही है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी सरकारी भवनों पर स्मार्ट मीटर लगाने का काम तेजी से जारी है।

उत्तर प्रदेश में स्मार्ट मीटर योजना को लेकर अधिकारियों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। राज्य सूचना आयोग के सचिव अभय सिंह (IAS) ने सूचना आयोग भवन में स्मार्ट मीटर इंस्टॉल कराने के बाद कहा कि, ‘सरकार का यह कदम बहुत ही सराहनीय है। यह प्रयास उपभोक्ताओं के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। उनकी सहूलियतें निश्चित रूप से बढ़ेंगी।’
बिजली चोरी की घटनाओं को रोकने में मिलेगी मदद
अभय सिंह ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के सभी सरकारी भवनों पर स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं । इससे बिजली विभाग का एटीएनसी (AT&C) (Aggregate Technical & Commercial Loss) लॉस कम करने में मदद मिलेगी और बिजली चोरी की घटनाओं को रोका जा सकेगा। अब उपभोक्ताओं को इस भीषण गर्मी में अपना बिजली का बिल जमा करने के लिए विद्युत विभाग के दफ्तर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे बल्कि वो घर बैठे अपना बिजली का बिल आसानी से जमा कर पाएंगे।
स्मार्ट मीटर को उपभोक्ता हितैषी : पूर्व चेयरमैन यूपीपीसीएल
यूपीपीसीएल के पूर्व चेयरमैन विजय शर्मा ने स्मार्ट मीटर को उपभोक्ता हितैषी बताते हुए कहा कि यह बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ताओं को सही बिलिंग सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत कदम है, विजय शर्मा के आवास पर भी स्मार्ट मीटर लगाया गया है। उन्होंने आम उपभोक्ताओं से अपील की कि वे अपने घरों में स्मार्ट मीटर जल्द से जल्द इंस्टॉल करवाएं ताकि उन्हें ऊर्जा खपत की निगरानी और अनावश्यक बिलिंग से बचाव का लाभ मिल सके।
ऊर्जा खपत को मॉनिटर और नियंत्रित करने में मिलेगी मदद
विद्युत विभाग का कहना है कि स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को रियल-टाइम डेटा प्रदान करता है, जिससे वे अपनी ऊर्जा खपत को मॉनिटर और नियंत्रित कर सकते हैं। इससे गलत बिजली बिल की संभावना खत्म हो जाती है और उपभोक्ता ऑनलाइन अपनी खपत पर नजर रख सकते हैं।