भोपाल।
प्रदेश की सियासी हलचल के बीच सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए। सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते कांग्रेस पार्टी से बागी हुए विधायकों ने भी अपना इस्तीफा राज्यपाल को भिजवा दिया। जिसके बाद राज्य की सरकार अल्पमत में आ गई है। बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए विधानसभा स्पीकर ने नोटिस जारी कर दिया है। विधानसभा स्पीकर प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि 6 विधायकों को नोटिस जारी की जा चुकी है जबकि अन्य 7 को जल्दी नोटिस जारी कर दी जाएगी।
विधानसभा स्पीकर एन प्रजापति ने कहा है कि नियम और कानून के साथ जो भी कार्रवाई होगी वह की जाएगी। फ्लोर टेस्ट के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए 14 दिन पहले सूचना देना जरूरी होता हैं। इसलिए प्रश्न अभी काल्पनिक है। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि सारे सूचित किए गए विधायकों को हमारे समक्ष आकर इस्तीफा देना होगा। जहां उनसे यह पूछा जाएगा कि कहीं वह किसी के दबाव में आकर तो इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। यह उनका खुद का मत है। इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
गौरतलब हो कि बीजेपी के सभी विधायक इस वक्त कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुग्राम में है। वहीं कांग्रेस ने अपने सभी विधायकों को जयपुर भेज दिया है। वही सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद उनके समर्थकों में से 22 विधायकों ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। जिसे सरकार में आप कांग्रेस की संख्या 114 से 99 हो गई है। हालांकि कांग्रेस के साथ सपा, बसपा और निर्दलीय विधायकों का साथ है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के पास 107 विधायक हैं। जिसके बाद भाजपा ने फ्लोर टेस्ट की मांग की थी।