जीतू पटवारी का BJP पर बड़ा आरोप, बोले- अक्षय बम को डरा, धमकाकर नामांकन फॉर्म वापस कराया,जनता से तानाशाही के खिलाफ खड़े होने की अपील की
जीतू पटवारी बोले - ये क्या सन्देश हैं , भाजपाआपके वोट के अधिकार का उपयोग नहीं करने देना चाहती, पूरे प्रदेश और देश से मेरी प्रार्थना हैं कि लोकतंत्र में यदिआपको विश्वास है तो इस तानाशाही के खिलाफ आपको खड़ा होना होगा, लोकतंत्र और संविधान को बचाना है उसे मजबूत रखना है तो इस तानाशाही के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना पड़ेगा।
Lok Sabha Election 2024 : इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम द्वारा अपना नामांकन फॉर्म वापस लिए जाने के बाद से प्रदेश की सियासत में उछाल है, भाजपा जहाँ इसे लेकर कांग्रेस पर हमलावर है और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी से इस्तीफा मांग रही है वहीँ जीतू पटवारी भाजपा पर ही पलटवार कर रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा ने अक्षय बम को डरा , धमकाकर जबरन उनका नामांकन फॉर्म वापस कराया है, उन्होंने जनता से अपील की है कि वे इस तानाशाही के खिलाफ एकजुट हो तभी लोकतंत्र और संविधान बचेगा।
तीसरे चरण के मतदान से पहले मध्य प्रदेश में आज एक नया भूचाल आ गया, पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी द्वारा भाजपा विधायक के साथ जाकर अपना नामांकन फॉर्म वापस ले के बाद कांग्रेस का गुस्सा सातवे आसमान पर है, भाजपा सरकार पर तानाशाही करने और पीएम मोदी को तानाशाह बताने वाली कांग्रेस को आज एक मौका और मिल गया और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मंच से भाजपा पर जमकर हमला बोला।
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जीतू पटवारी बोले- BJP ने डरा,धमकाकर अक्षय बम का नामांकन वापस कराया
ग्वालियर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रवीण पाठक के लिए ग्रामीण अंचल में आमसभा लेने आये कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि अब बिना वोट डाले विधायक बनेंगे सांसद बनेंगे, उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि इंदौर के कांग्रेस प्रत्याशी पर 307 की धारा लगवाई गई डराया , धमकाया गया, कई तरह की यातना दी गई और आज सुबह कांग्रेस प्रत्याशी को ले जाकर फार्म वापस करवा लिया।
PCC अध्यक्ष ने जनता से तानाशाही के खिलाफ एकजुट होने की अपील की
जीतू पटवारी बोले – ये क्या सन्देश हैं , भाजपाआपके वोट के अधिकार का उपयोग नहीं करने देना चाहती, पूरे प्रदेश और देश से मेरी प्रार्थना हैं कि लोकतंत्र में यदिआपको विश्वास है तो इस तानाशाही के खिलाफ आपको खड़ा होना होगा, लोकतंत्र और संविधान को बचाना है उसे मजबूत रखना है तो इस तानाशाही के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना पड़ेगा।
ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....