भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश के पूर्व वन मंत्री और कांग्रेस विधायक (congress MLA) उमंग सिंगार (umar singhar) के खिलाफ आत्महत्या (suicide) के लिए प्रेरित करने के मामले में दर्ज हुई FIR को मृतका के बेटे ने गलत बताया है। उसका कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है कि उसकी मां ने उमंग की प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या की हो। इसलिये मामला वापस होना चाहिए।
दो दिन पहले उमंग सिंगार के शाहपुरा स्थित निवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाली महिला के पुत्र आर्यन (aryan) ने उमंग सिंगार को अपना गार्जियन बताया है। उसका कहना है कि मां के जाने के बाद अब यदि दुनिया में इसका कोई है तो वह उमंग ही है। उसने यह भी खुलासा किया कि उसने ऐसा कोई बयान नहीं दिया जो उमंग सिंगार के खिलाफ जाता हूं। लिहाजा उमंग के खिलाफ दर्ज FIR वापस होनी चाहिए। इस FIR को उसने राजनीति से प्रेरित होना भी बताया।
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उमंग पहले ही कह चुके हैं और इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर चुके हैं। आर्यन ने यह भी कहा कि उसे व उसके परिवार को परेशान नहीं करना चाहिए और सरकार को तुरंत FIR. वापस लेनी चाहिए क्योंकि उसने अपने बयान में ऐसा कुछ नहीं कहा जो उमंग के खिलाफ हो। सोमवार को शाहपुरा थाने की पुलिस ने उमंग सिंगार के खिलाफ मृतक महिला को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मामला दर्ज किया था।
पुलिस का दावा है कि सुसाइड नोट और नौकरों की हुई बातचीत के आधार पर यह मामला दर्ज किया गया है। हालांकि इसके तुरंत बाद उमंग सिंगार ने आईजी भोपाल को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी और सुप्रीम कोर्ट के कई आदेशों का हवाला देते हुए कहा था कि पुलिस उनके ऊपर FIR दर्ज नहीं कर सकती। अब इस मामले में मृतका के पुत्र का यह बयान पुलिस की कार्रवाई पर कहीं न कहीं सवालिया निशान खड़े कर रहा है।