भोपाल डेस्क-मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में किसानों (farmers) को 0% ब्याज राशि पर मिलने वाले ऋण (loan) को चुकाने की अवधि एक महीने बढ़ने जा रही है। प्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि वि कास मंत्री कमल पटेल (kamal patel) ने इस बात के संकेत दिए हैं। सरकार के इस फैसले से मध्य प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
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दरअसल मध्य प्रदेश की सरकार पिछले कई सालों से अपने किसानों को सहकारी बैंकों के माध्यम से 0% ब्याज राशि पर ऋण देती रही है। रबी और खरीफ की फसलों के समय दिए जाने वाले इस ऋण को साल में दो बार किसान को जमा कराना होता है ताकि उसे नया ऋण मिल सके। रबी की फसल के लिए ऋण वसूली अवधि 31 मार्च रहती है जिसे एक महीने बढ़ाने यानी 30 अप्रैल तक करने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (chief minister shivraj singh chauhan) ने सहमति दे दी है। दरअसल किसान कल्याण मंत्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात करके फसल ऋण वसूली की अवधि बढ़ाने का अनुरोध किया था। इसकी वजह उन्होंने वर्तमान में रबी की फसल का उपार्जन होना बताया था। किसानों को अपनी फसल बेचने से मिलने वाली राशि अप्रैल माह के अंत तक मिल सकेगी और इसी वजह से मार्च में उनके लिए ऋण जमा करना बहुत मुश्किल था। कमल पटेल के अनुसार मुख्यमंत्री ने इस बात पर सहमति दे दी है और अब किसान अप्रैल माह के अंत तक अपनी ऋण राशि जमा कर सकेंगे जिससे उन्हें बड़ी राहत मिलेगी।
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मार्च 2020 में सत्ता संभालने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की मन में इस संशय को दूर करने के लिए, कि क्या 0% ब्याज राशि पर ऋण मिलना चालू रहेगा, यह घोषणा की थी कि सरकार लगातार किसानों को बिना ब्याज के कर्ज का लाभ देती रहेगी और किसानों को चिन्ता करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। 18 अप्रैल 2020 को मंत्रालय में शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि किसानों को फसल ऋण दिए जाने के लिए पहले से चली आ रही जीरो प्रतिशत ब्याज राशि पर फसल ऋण योजना को आने वाले वर्षों में भी जारी रखा जाए क्योंकि कमलनाथ सरकार (kamalnath government) ने इसे बंद करने का मन बना लिया था। सरकार ने इस वर्ष भी किसानों को 0% राशि पर ऋण दिए जाने के लिए 800 करोड रुपए का प्रावधान किया है जिससे किसान आने वाले समय में भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे।