भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| उपचुनाव (Byelection) के परिणाम के बाद कांग्रेस (Congress) में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है| वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) के दिल्ली लौटने के कयास लगाय जा रहे हैं| इन चर्चाओं को लगातार बल मिल रहा है| कमलनाथ राष्ट्रीय कांग्रेस में जाएंगे या प्रदेश की कमान संभालते हुए मध्य प्रदेश (Madhyapradesh) की राजनीति में सक्रिय रहेंगे, इसको लेकर नेताओं के बीच चर्चा गर्म है| इस बीच पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा (Sajjan Verma) के बयान से सियासत गरमा गई है|
कमलनाथ के राष्ट्रीय कांग्रेस में जाने की अटकलों के बीच पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का बयान सामने आया है| वर्मा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और मोतीलाल बोरा के निधन के बाद पार्टी में सीनियर नेताओं की कमी महसूस हो रही है| ऐसे में संगठन के शीर्ष नेतृत्व को उनकी जरूरत है। जिसे लेकर दिल्ली में उन्हें संगठन की बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही है। पूर्व मंत्री और सीनियर कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक कमलनाथ के दिल्ली और एमपी में रहने का फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना है। हम चाहते हैं कमलनाथ मध्य प्रदेश में ही रहे|
इससे पहले हाल ही में छिंदवाड़ा में एक सभा के दौरान कमलनाथ के एक बयान को उनके सन्यास लेने से जोड़ा गया था| उन्होंने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि अब वह आराम करना चाहते हैं| छिंदवाड़ा की जनता यदि चाहेगी तो वह संन्यास ले लेंगे| कमलनाथ ने कहा था कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है| बीजेपी ने इस बयान को कमलनाथ के सन्यास लेने का संकेत बताया था| हालाँकि कमलनाथ और अन्य कई नेता कह चुके हैं कि वो यही रहेंगे और 2023 का चुनाव पूरी ताकत से लड़ेंगे|