Bank FD: ग्राहकों की हुई मौज, इस सरकारी बैंक ने बढ़ाया एफडी पर ब्याज, इतनी हैं नई दरें, यहाँ जानें

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Bank FD: फिक्स्ड डिपॉजिट बचत और निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प माना जाता है। टैक्स छूट, आकर्षक ब्याज और अन्य कई सुविधाएं बैंकों द्वारा प्रदान किए जाते हैं। भले ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट में वृद्धि नहीं की है। लेकिन कई बैंक एफडी पर ब्याज बढ़ा रहे हैं। इस लिस्ट में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भी शामिल हो चुका है। यह देश के प्रमुख पब्लिक सेक्टर बैंकों में से है। हाल में पीएनबी ने 10 करोड़ तक की बल्क एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों में बढ़ोत्तरी कर दी है। नई दरें लागू भी हो चुकी है।

पीएनबी ने 7 दिनों से लेकर 2 साल की अवधि वाली फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में इजाफा किया है। एक साल की बल्क एफडी में 0.25 फीसदी की वृद्धि की गई है, नई दरें 7  फीसदी हो चुकी हैं। 7-45 दिनों की एफडी में 0.50 फीसदी वृद्धि हुई है, ग्राहकों को अब 5.50 फीसदी ब्याज मिलेगा।

46 दिनों से लेकर 90 दिनों की एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरों में 0.75 फीसदी का इजाफा हुआ है, नई दर बढ़कर 6.25 फीसदी हो चुकी हैं। 91 दिनों के लेकर 179 एफडी की ब्याज दर 6.00 फीसदी से बढ़कर 6.50 फीसदी हो चुकी है। 180 दिनों से लेकर एक साल से कम वाली एफडी पर 6.50 फीसदी ब्याज मिल रहा है।

पंजाब नेशनल बैंक 2 साल एक दिन से लेकर 3 साल की एफडी पर 6.50 फीसदी, 3 साल 1 दिन से लेकर 5 साल की एफडी पर 6.25 फीसदी और 5 साल 1 दिन से लेकर 10 साल की एफडी पर 5.60 फीसदी ब्याज ऑफर कर रहा है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News