Multiple Bank Accounts: आज के दौर में भारत के हर एक नागरिक के पास बैंक खाता होता है। कई लोग ऐसे होते हैं, जिनके पास एक से अधिक बैंक अकाउंट होते हैं। यदि आप भी इन लोगों में से एक हैं तो आपके लिए यह खबर बेहद ही काम की साबित हो सकती है। मल्टीपल सेविंग अकाउंट के मुकाबले सिंगल सेविंग अकाउंट रखना फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि ऐसा करने से न्यूनतम शेष राशि शुल्क, एसएमएस शुल्क और डेबिट कार्ड एएमसी आदि फीस से राहत मिलती है। एक से अधिक से बैंक अकाउंट होने पर कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता हैं।
सिबील रेटिंग की समस्या
जिनके पास एक से अधिक खाता होता है, उनके लिए सिविल रेटिंग का खतरा बढ़ जाता है। सभी खातों में न्यूनतम राशि बनाए रखना मुश्किल होता है, जिसके कारण जुर्माना भरना पड़ सकता है। इसका सीधा असर सिबील रेटिंग ओर पड़ता है।
आईटीआर फाइल करते समय हो सकती है परेशानी
मल्टीपल बैंक अकाउंट होने के कारण इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते समय कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आपके पास ऐसे में यदि आपके पास एकल बैंक खाता होता है, तो आइटीआर फाइल करना बेहद आसान हो जाता है।
फ्रॉड के मामलों में वृद्धि
एक से अधिक खाता होने पर फ्रॉड की संभावनाएं भी बढ़ जाती है। साइबर क्रिमिनल्स आसानी से आपके निष्क्रिय अकाउंट का इस्तेमाल कर अपराध को अंजाम दे सकते हैं।
बढ़ सकता है वित्तीय बोझ
कभी-कभी लोग एक से ज्यादा अकाउंट खुलवा कर लोग भूल जाते हैं। इस स्थिति में कई बैंक चार्ज लगाते हैं, जिसके कारण ग्राहक पर वित्तीय बोझ बढ़ता है।
करें ये काम
यदि आपके पास भी एक से अधिक बैंक का अकाउंट है और आप स्भी को मैनेज करने असमर्थ्य हैं, तो केवल खाता रखना ही आपके लिए सही विकल्प होगा। ताकि कल भविष्य में इन समस्याओं से बच सकें।