इस धनतेरस-दिवाली रेकरिंग डिपॉजिट को बनाएं अपना “गुल्लक”, ये 5 बैंक दे रहे हैं शानदार ब्याज, देखें लिस्ट

Manisha Kumari Pandey
Published on -
diwali investment tips

Diwali Investment Tips: रेकरिंग डिपॉजिट (Reccuring Deposit) को बचत और निवेश का बेहतरीन तरीका माना जाता है। इसमें निवेश अपनी मर्जी से हर महीने एक निश्चित राशि का निवेश करते हैं। जिसपर ब्याज भी मिलता रहता है। इसे बैंक का “गुल्लक” भी कह सकते हैं। बस फर्क इतना है कि रेकरिंग डिपॉजिट (RD) में ब्याज मिलता है। धनतेरस और दिवाली को निवेश के लिए शुभ दिन माना जाता है । यदि आप निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो रेकरिंग डिपॉजिट यानि आरडी आपके लिए बेहतर विकल्प बन सकती है। आइए जानें कौन सा बैंक वर्तमान में आरडी पर ज्यादा रिटर्न दे रहा है-

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया

एसबीआई 12 महीने 10 साल की रेकरिंग डिपॉजिट ऑफर करता है। 0 रुपये से डिपॉजिट पर आरडी का लाभ उठाया जा सकता है। 2 रोड से कम के डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को 6.50% से 7% ब्याज हर साल मिटा है। वरिष्ठ नागरिकों को 0.50% या 0.80% ज्यादा इन्टरेस्ट मिलता है।

ऐक्सिस बैंक

Axis Bank भी आरडी पर आकर्षक ब्याज ऑफर है। 0 रुए न्यूनतम डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को 7.26% ब्याज मिल रहा है। सामान्य नागरिकों को अधिकतम 8.01% इन्टरेस्ट मिल रहा है।

कोटक महिंद्रा बैंक

कोटक महिंद्रा बैंक भी ऐक्सिस बैंक की तरह सामान्य नागरिकों को अधिकतम 7.26 % और वरिष्ठ नागरिकों को 0.81% ब्याज दे रहा है।

आईसीआईसीआई बैंक 

आईसीआईसीआई बैंक भी रेकरिंग डिपॉजिट पर आकर्षक ब्याज ऑफर कर र है। 0 रुपये न्यूनतम डिपॉजिट पर सामान्य नागरिकों को अधिकतम 7.10% सलाना ब्याज मिल रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए इन्टरेस्ट रेट 7.60% है।

एचडीएफसी बैंक

भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर बैंक भी रेकरिंग डिपॉजिट पर शानदार ब्याज ऑफर कर रहा है। सामान्य नागरिकों के लिए ब्याज दर अधिकतम 7.1% है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को अधिकतम 7.75% ब्याज मिल रहा है। बैंक ग्राहकों को 1 महीने का लॉक-इन-पीरीयड भी प्रदान करता है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है । MP Breaking News किसी भी स्कीम या प्लान में निवेस करने की सलाह नहीं देता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News