SIP Investment Tips: आज के दौर में ज्यादातर लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करना पसंद करते हैं। इसमें एफडी और आरडी के तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलता है। सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए म्यूचुअल फंड में मंथली निवेश करने का ऑप्शन भी मिलता है। यदि आप भी SIP को बचत का जरिया बनाना चाहते हैं तो कुछ बातों का ख्याल जरूर रखें। आपकी छोटी-सी बड़ा नुकसान करवा सकती है।
इन बातों का रखें ख्याल
- एसआईपी में पैसा लगाने से पहले रिसर्च जरूर कर लें। बिना रिसर्च इनवेस्टमेंट करना आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
- ज्यादा रिटर्न के लालच में एक साथ बड़ी रकम का निवेश करने से बचें। अपना गोल क्लियर रखें।
- यदि आपके एसआईपी शुरू कर दी है तो रोकने की गलती भारी पड़ सकती है। इसे बीच में बंद न करने से बचें। वरना आपको बेहतर रिटर्न नहीं मिल पाएगा।
- कई लोग बाजार में अस्थायी उतार-चढ़ाव से परेशान होकर एसआईपी में बदलाव करने लगते हैं। ऐसा न करें। अपने लॉंग टर्न इनवेस्टमेंट के प्लानिंग पर अडिग रहें।
- किसी एक जगह निवेश न करें। अपने जरूरत के हिसाब से एक स्ट्रैटिजी तैयार करें। उसके बाद ही स्मॉल कैप, मिडकैप और लार्जकैप म्यूचुअल फंड में निवेश करें।
SIP के फायदे
एसआईपी के कई फायदे हैं। यह फ्लेक्सिबल निवेश का विकल्प प्रदान करता है। आप मासिक, तिमाही और छमाही का विकल्प चुन सकते हैं। जितना चाहे निवेश भी कर सकते हैं। इसपर ब्याज भी काफी अच्छा मिलता है। लॉंग टर्म इनवेस्टमेंट पर कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है। मार्केट में उतार-चढ़ाव की स्थिति में भी आपका खर्च औसत बरकरार रहता है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी साझा करना है। MP Breaking News किसी भी फंड/शेयर मार्केट/स्कीम में निवेश की सलाह नहीं देता। म्यूचुअल फंड वित्तीय जोखिम के अधीन आता है। विशेषज्ञों की सलाह पर ही इन्वेस्ट करें।)