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Sun, Dec 14, 2025

Microsoft Server Down: माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने के चलते भारत से लेकर US तक काम हुआ ठप, बैंकों से लेकर एयरलाइन्स तक देखी गई परेशानी

Written by:Rishabh Namdev
Microsoft Server Down: शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने के चलते व्यापक स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ा। दरअसल भारत से लगाकर अमेरिका तक इसका प्रभाव देखने को मिला।
Microsoft Server Down: माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने के चलते भारत से लेकर US तक काम हुआ ठप, बैंकों से लेकर एयरलाइन्स तक देखी गई परेशानी

Microsoft Server Down: माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर डाउन होने से वैश्विक स्तर पर व्यापक प्रभाव देखने को मिल रहा है। दरअसल इस तकनीकी समस्या के चलते बैंकिंग सेवाओं से लेकर एयरलाइन्स और ट्रेनों की आवाजाही तक पर असर पड़ा है। जानकारी के अनुसार उपयोगकर्ताओं को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनमें प्रमुख रूप से बैंकिंग, एयरलाइन्स और ट्रेन सेवाओं में बाधाएं शामिल हैं।

सर्वर डाउन होने से प्रमुख सेवाएं प्रभावित हो गई

बैंकिंग सेवाएं

दरअसल माइक्रोसॉफ्ट सर्वर के डाउन होने से भारत से लेकर अमेरिका तक कई बैंकिंग सेवाएं ठप हो गई हैं। ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, और अन्य डिजिटल सेवाओं का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। बैंकिंग ट्रांजैक्शन में देरी हो रही है, जिससे ग्राहकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एयरलाइन्स सेवाएं

दरअसल भारत में इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर, और एयर इंडिया एक्सप्रेस जैसी एयरलाइन्स ने बताया कि उनकी बुकिंग, चेक-इन, और फ्लाइट अपडेट सेवाएं इस तकनीकी समस्या के कारण प्रभावित हुई हैं। एयरपोर्ट पर यात्रियों को सेवाएं नहीं मिलने से उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, अमेरिका और अन्य देशों में भी एयरलाइन्स सेवाएं प्रभावित हुई हैं।

ट्रेन सेवाएं

जानकारी के अनुसार ट्रेन सेवाओं पर भी इस समस्या का असर पड़ा है। यात्री ट्रेन बुकिंग, रियल-टाइम ट्रेन लोकेशन, और अन्य डिजिटल सेवाओं का उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इससे यात्रा योजनाओं में देरी हो रही है और यात्रियों को असुविधा हो रही है।

जानिए क्या है इसकी वजह

सूचना के अनुसार माइक्रोसॉफ्ट के सर्विस हेल्थ स्टेटस अपडेट के अनुसार, इस समस्या का प्रारंभिक कारण Azure बैकएंड वर्कलोड के कॉन्फिगरेशन में किया गया एक बदलाव बताया जा रहा है। इसके चलते स्टोरेज और कंप्यूटिंग रिसोर्सेज के बीच बाधा उत्पन्न हुई है, जिससे कनेक्टिविटी फेलियर की समस्या सामने आई है।

CrowdStrike, जो एक साइबर सिक्योरिटी फर्म है, ने इस समस्या को स्वीकार किया है। उनके इंजीनियर्स ने उस कंटेंट की पहचान कर ली है जिससे यह समस्या उत्पन्न हुई थी और अब उन्होंने किए गए बदलाव को वापस पहले जैसा कर दिया है। CrowdStrike की सेवाओं में आई समस्या के चलते कई उपयोगकर्ताओं के सिस्टम बंद हो रहे हैं या उन्हें ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ (BSOD) का सामना करना पड़ रहा है। ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और अन्य देशों में भी इसका प्रभाव स्पष्ट है।