RBI Action: रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के एक बैंक और 8 फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई 8 की है। 3 एनबीएफसी और 1 बैंक पर भारी जुर्माना लगाया है। 4 कंपनियों का लाइसेंस ही रद्द कर दिया है। इसके अलावा 13 नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों है अपना सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन खुद आरबीआई को सरेंडर कर दिया है।
मुथूट व्हीकल एंड एसेट फाइनेंस लिमिटेड एसएमएसजी इंडिया क्रेडिट कंपनी लिमिटेड और हेवलेट पैकेट फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर भारी जुर्माना लगाया है। देश के अलग-अलग राज्यों में स्थित चार कंपनियों का लाइसेंस रद्द कर दिया है। इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के मुरैना स्थित केएस फाइसेंस लिमिटेड भी शामिल है।
इन कंपनियों का लाइसेंस रद्द (NBFCs License Cancelled)
भरतपुर इन्वेस्टमेंट लिमिटेड (राजस्थान), बिल्डकॉन फाइनेंस लिमिटेड (कांचीपुरम तमिलनाडु) और ऑपरेटिंग लीज एंड हायर पर्चेस कंपनी लिमिटेड (चेन्नई तमिलनाडु) का लाइसेंस भी रद्द कर दिया है।
इस बैंक पर लगा भारी जुर्माना (Bank Monetary Penalty)
आरबीआई ने मल्टीनेशनल यूनिवर्सल बैंक पीएनबी परिवास पर 31 लाख 80 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। यह बैंक ने समान ऋण श्रेणी के भीतर एक समान एक्सटर्नल बेंचमार्क बनाने में भी विफल रहा।
इन कंपनियों पर आरबीआई ने ठोका जुर्माना (RBI Penalty)
- मुथूट व्हीकल एंड एसेट फाइनेंस लिमिटेड पर आरबीआई ने 7 लाख 90 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर लिक्विडिटी कवरेज अनुपात की जानकारी का खुलासा नहीं किया। गोल्ड लोन ग्राहकों के संबंध में डेटा का क्रेडिट सूचना कंपनियों को प्रस्तुत नहीं किया। इसके अलावा स्वीकृत ऋण की राशि और नियम एवं शर्तों को वाहन उधारकर्ताओं द्वारा समझी जाने वाली स्थानीय भाषा में स्वीकृति पत्र या अन्य माध्यम से लिखित रूप में नहीं बताया।
- एसएमएफजी क्रेडिट कंपनी लिमिटेड पर आरबीआई ने 23 लाख 10 रुपये का जुर्माना लगाया है। कंपनी पर साइबरसिक्योरिटी से जुड़े नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है।
- हैवलेट पैकेज्ड फाइनेंशियल सर्विस प्राइवेट लिमिटेड पर आरबीआई ने 10 लाख 40 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इस कंपनी ने खातों के जोखिम वर्गीकरण अवधि की समीक्षा के लिए प्रणाली लागू नहीं की। इसके अलावा लोन से जुड़े नियमों का भी उल्लंघन किया।
इन कंपनियों ने सरेंडर किया लाइसेंस (NBFCs License Surrender)
गैर- बैंकिंग वित्तीय संस्थान व्यवसाय से बाहर निकलने के कारण सुगुना फिनकॉर्प प्राइवेट लिमिटेड (कोयंबटूर तमिलनाडु) और स्पैम मर्चेंट्स लिमिटेड (कोलकाता पश्चिम बंगाल) में अपना सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन आरबीआई को सरेंडर कर दिया है। अपंजीकृत सीआईसी कंपनी के रूप में काम करने के लिए 4 कंपनियों ने सीओआर सरेंडर किया है। इस लिस्ट में महम होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (चेन्नई तमिलनाडु), रोहिणी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (चेन्नई तमिलनाडु), पद्मलक्ष्मी होल्डिंग प्राइवेट लइंटेड (चेन्नई) और रघुवसं होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (चेन्नई) ने भी लाइसेंस सरेंडर कर दिया है।
समामेलन, विघटन, विलय , वॉलन्टेरी स्ट्राइक इत्यादि के कारण 7 कंपनियों ने अपना लाइसेंस सरेंडर किया है। लिस्ट में उमंग कमर्शियल को-प्राइवेट लिमिटेड (कोलकाता पश्चिम बंगाल), मदुरा माइक्रोफाइनेंस लिमिटेड (चेन्नई तमिल नाडु), इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड (मुंबई महाराष्ट्र) और कैनोपी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड (मुंबई महाराष्ट्र), एमए कल्याणश्वरी होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड (कोलकाता पश्चिम बंगाल), इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड (मुंबई महाराष्ट्र) और तेमल स्टेशनर्स प्राइवेट लिमिटेड (कोलकाता पश्चिम बंगाल) भी शामिल है।