RBI MPC Meeting: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank Of India) के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अध्यक्षता में तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee) की बैठक बुधवार से शुरू चुकी है। बैठक में लिये गए फैसलों की घोषणा 8 दिसंबर को होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार भी आरबीआई रेपो रेट (Repo Rate) को बरकरार रखने का निर्णय ले सकता है। इसके अलावा 6 सदस्यों के इस मीटिंग में महंगाई, विकास और अर्थव्यवस्था से संबंधित कई मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
रेपो रेट में बदलाव की संभावना कम
रेपो रेट में पिछले चार एमपीसी बैठक में कोई बदलाव न करने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में दरें 6.5% है। बैंक ऑफ बड़ौदा और क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि दूसरी तिमाही में जीडीपी में उछाल आया और महंगाई दर में भी गिरावट आई है। इसलिए आरबीआई रेपो रेट को स्थिर रखने का फैसला ले सकता है। बता दें कि रेपो रेट में वृद्धि का सीधा असर लोन पर पड़ता है। बैंक MCLR दरों में वृद्धि करते हैं। जिसके कारण होम लोन, कार लोन और अन्य कजर महंगे हो जाते हैं। हालांकि बैठक के फैसले से पहले ही आईसीआईसीआई समेत कुछ बैंकों ने लोन के दरों में बढ़ोत्तरी कर दी है।
इन मुद्दों पर भी होगी चर्चा
विशेषज्ञों का मानना है कि एमपीसी की बैठक में जीडीपी के पूर्वानुमान में बदलाव हो सकता है। बता दें कि हालिया आंकड़ों के अनुसार जीडीपी ग्रोथ एमपीसी के पिछले पूर्वानुमान से काफी बेहतर रहा। मीटिंग में कृषि विकास दर भी अहम मुद्दा बन सकता है। वित्तवर्ष 2024 के लिए आरबीआई विकास अनुमानों में 20-30 bps का संशोधन कर सकता है। कृषि विकास वर्तमान में धीमी है, जो मुद्रास्फीति के आंकड़ों को प्रभावित कर सकती है। बता दें कि अक्टूबर में भी खुदरा महंगाई आरबीआई के सीमा से बाहर रही।