RBI MPC 2023: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नए वित्तवर्ष की पहली मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी है। इस तीन दिवसीय बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है। जनता के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। इस बार आरबीआई ने रेपो रेट (Repo Rate) में कोई भी बदलाव नहीं किया है। वर्तमान में रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बना हुआ है। मई 2022 के बाद 6 बार रेपो दरों में इजाफा किया जा चुका है। जिसका असर लोन लेने वाले लोगों पर पड़ता है। लोन की ईएमआई बढ़ जाती है। साथ ही पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन और अन्य प्रकार के लोन महंगे हो जाते हैं।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास के मुताबिक अर्थव्यवस्था और महंगाई को घरेलू और वैश्विक स्तर पर कई चुनौतीयां मिल रही है। जिसमें बैंकिंग संकट, भू-राजनीतिक तनाव और प्राइसिंग प्रेशर शामिल है। इसके बावजूद एमपीससी बैठक में रेपो दरों में बदलाव न करने का निर्णय लिया है।
केन्द्रीय बैंक ने महंगाई (Iflation Rate) के अनुमान में कटौती की है। वितवर्ष 2023-24 में महंगाई दर 5.2 फीसदी बढ़ सकती है। इससे पहले 5.3 फीसदी का अनुमान लगाया गया था। सीपीआई इंफ्लेशन को लेकर भी आरबीआई ने नए अनुमान लगाए हैं। अप्रैल-जून 2023 में सीपीआई इंफ्लेशन का अनुमान 5.0 फीसदी से बढ़ा कर 5.1 फीसदी कर दिया गया है। वहीं जुलाई-सितंबर 2023 और अक्टूबर-दिसंबर के लिए CPI Inflation अनुमान में कोई बदलाव नहीं हुआ है, यह अभी भी 5.4 फीसदी पर बरकरार है।
जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) को लेकर भी मौद्रिक नीति बैठक में अनुमान लगाए गए हैं। अप्रैल-जून 2023 में जीडीपी ग्रोथ 7.8 फीसदी तक हो सकता हा। वहीं जुलाई-सितंबर 2023 के लिए इसके अनुमान 6.2 फीसदी है। अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ के नए अनुमान 6.1% हैं। जनवरी-मार्च 2024 में वृद्धि के अनुमान लगाए गए हैं, यह 5.8% नहीं बल्कि 5.9% होगा।