SEBI का अहम फैसला, निवेश सलाहकारों-शोध विश्लेषकों के लिए विज्ञापन कोड जारी, इन शब्दों पर लगा बैन

SEBI News: सेबी ने भ्रामक विज्ञापनों और दावों को लेकर सख्त कदम उठाया है। मार्केट रेगुलेटर द्वारा निवेश सलाहकारों और शोध विश्लेषकों के लिए एक विज्ञापन कोड जारी किया गया है। यह निर्णय सेबी ने भ्रामक विज्ञापनों के जरिए लोगों को पैसा लगवाने  वाले इनवेस्टमेंट एड्वाइजर्स और रिसर्च एनालिस्ट को रोकने के लिए लिया गया है। साथ ही कुछ शब्दों के इस्तेमाल पर बैन भी लगाया गया है। सेबी ने बुधवार इससे संबंधित एक सर्कुलर जारी किया है।

प्रतिबंधित शब्दों की सूची में बेस्ट, नंबर 1, सबसे अच्छे मार्केट लीडर्स और अग्रणी जैसे शब्द भी शामिल किये गए हैं। सेबी ने विज्ञापन कोड में निवेश सलाहकारों और शोध विश्लेषकों के लिए “क्या करें और क्या न करें” की लिस्ट जारी की है। जिसका पालन करना अनिवार्य होगा। साथ ही विज्ञापनों को लेकर कुछ शर्तें भी लागू की गई है।

मार्केट रेगुलेटर ने सभी रजिस्टर्ड संस्थाओं को भी यह निर्देश भी जारी किया है कि वे गिफ्ट, प्राइज़ या मेडल से संबंधित किसी भी गेम, लीग और प्रतियोगिता में शामिल ना हो। साथ ही विज्ञापनों में सबूत के तौर पर फर्जी यूजर्स के  दावे पर भी रोक लगाया है। अनुमान और और धारणाओं पर आधारित दावों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।

नए नियमों के तहत अब इस तरह के विज्ञापनों की कॉपी 5 वर्षों तक संभाल कर रखनी होगी। साथ ही विज्ञापन के दावों से जुड़े डॉक्यूमेंट्स को भी 5 साल तक संभाल कर रखना होगा। इसके अलावा उडी कोई भी इनवेस्टमेंट एडवाइजर और एनालिस्ट को अपने विज्ञापनों को बनाने के बाद सेबी के मान्यताप्राप्त सुपरवाइजरी बॉडी को दिखाना होगा। उनसे अनुमति प्राप्त करने के बाद ही विज्ञापन जारी हो पाएगा।


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Manisha Kumari Pandey

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