महिलाओं को मालामाल बना रही ये सरकारी स्कीम, मिल रहा आकर्षक ब्याज, जानें कैसे उठायें लाभ

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Government Scheme: महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार कई योजनाएं चलाती है। जिसमें से एक महिला सम्मान बचत पत्र योजना (Mahila Samman Bachat Patra Yojana) है। इस स्कीम की घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023-24 को पेश करते वक्त किया था। इसकी शुरुआत 1 अप्रैल 2023 से हो चुकी है।

2 साल तक करना होगा भुगतान

महिलाएं योजना के तहत एक से अधिक खाता भी खुलवा सकती हैं।  वर्तमान में इसपर पर बेहतर रिटर्न मिल रहा है। 31 मार्च 2025 तक निवेश स्कीम में नवेश किया जा सकता है। वर्तमान में सरकार योजना पर 7.5 फीसदी  ब्याज दे रही है। 100 के मल्टीपल में निवेश कर किया जाता है। निवेश की अधिकतम सीमा 2 लाख रुपये है।

यहाँ खुलवाए खाता

सोमवार को सरकार ने लोकसभा में बताया कि महिला सम्मान बचत पत्र योजना के तहत अब तक 14 लाख से अधिक खाते खुलवाए जा चुके हैं। अब तक कुल 8630 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं। योजना की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस स्कीम को पोस्ट ऑफिस और पब्लिक सेक्टर बैंकों के अलावा अन्य कई प्राइवेट बैंकों में भी शुरू कर दिया है। एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में जाकर महिलाएं खाता खुलवा सकती हैं।

ऐसे करें आवेदन

महिला सम्मान बचत पत्र खाता खुलवाने के लिए व्यक्तिगत विवरण जैसे कि पहचान प्रमाण पत्र, पता आदि के विवरण जरूरी होता है। जिसमें आधार कार्ड, पासपोर्ट, फोटो और पता प्रमाणपत्र आदि दस्तावेज शामिल हैं।  पोस्ट ऑफिस और बैंक में जाकर खाता खोलने के लिए आवेदन पत्र लें और उसे भरें। साथ में जरूरी दस्तावेजों को भी प्रदान करें। अपनी सहूलियत के हिसाब से जमा करने वाली राशि का चयन करें। जमा राशि के लिए जरूरी भुगतान करें।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है। MP Breaking News किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं देता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News