सोचिए, आप अपने परिवार के साथ छुट्टियों पर निकले हैं और अचानक कोई मेडिकल इमरजेंसी, फ्लाइट कैंसिलेशन या बैगेज लॉस हो जाए। ऐसे हालात पूरे ट्रिप का मज़ा खराब कर सकते हैं। यहीं पर परिवार के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस काम आता है। यह न सिर्फ आपको आर्थिक सुरक्षा देता है, बल्कि सफर के दौरान मानसिक सुकून भी प्रदान करता है।
आजकल कई कंपनियां जैसे ACKO insurance आसान और लचीले विकल्प देती हैं, जिससे आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही प्लान चुन सकें। लेकिन, इसके लिए आपको फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस के लाभ, इसमें क्या कवर होता है और क्या नहीं साथ ही इससे जुड़ी जरूरी बातों का पता होने चाहिए।
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस क्या है?
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस एक तरह की इंश्योरेंस पॉलिसी है जो आपकी पूरी परिवार की ट्रिप के दौरान सुरक्षा देती है। अगर सफर में सामान खो जाए, कोई बीमार हो जाए या एक्सीडेंट हो जाए, तब ये इंश्योरेंस मदद करता है। ये पॉलिसी एक ही बार में पूरे परिवार के अधिकतम 9 लोगों को कवर कर लेती है, जिसमें बच्चों से लेकर 71 वर्ष तक के बुजुर्ग भी शामिल हो सकते हैं।
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस के लाभ
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस के कई फायदे हैं, जो सफर को बेफिक्र और सुरक्षित बनाते हैं।
1. किफायती: पूरे परिवार का एक साथ इंश्योरेंस होता है, जिससे अलग-अलग पॉलिसी लेने की जरूरत नहीं रहती और आपको प्रीमियम भी अलग-अलग पॉलिसी लेने के मुकाबले कम देना पड़ता है।
2. मेडिकल इमरजेंसी में मदद: मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में हॉस्पिटल में भर्ती, इलाज या दवा का खर्च आपको नहीं भरना पड़ता है।
3. सामान या पासपोर्ट खोने में मदद: अगर ट्रिप के दौरान आपका सामान या पासपोर्ट खो जाए और वित्तीय सहायता की जरूरत हो, तो इंश्योरेंस से खर्च की भरपाई हो जाती है।
4. सुरक्षा के साथ सेहत का ध्यान: दूसरे देश में सफर करते समय अगर आप सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे या स्वास्थ ठीक नहीं है और वापस आना चाहते हैं, तो ट्रैवल इंश्योरेंस आपके काम आ सकता है।
5. फ्लाइट कैंसिलेशन या डिले में मदद: फ्लाइट कैंसिलेशन या डिले जैसे हालात में टिकट का पैसा कुछ शर्तों के साथ वापस मिल सकता है।
6. एक्सीडेंट या गंभीर बीमारी में मदद: अगर परिवार के किसी सदस्य का कोई एक्सीडेंट हो जाए या गंभीर बीमारी हो जाए, तो भी आर्थिक सहायता मिलती है। विदेश में इलाज बहुत महंगा पड़ सकता है, ऐसे में ये पॉलिसी भरोसेमंद साबित होती है।
7. किसी भी समय मदद: 24×7 इमरजेंसी सपोर्ट मिलता है, जिससे किसी भी समय मदद ली जा सकती है।
8. तनावमुक्त यात्रा: फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस सफर को चिंता-मुक्त, सुरक्षित और आसान बनाता है।
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या कवर होता है?
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस में कई चीजें कवर होती हैं जैसे:
- मेडिकल इमरजेंसी: यात्रा के दौरान परिवार के किसी सदस्य को अचानक बीमारी या एक्सीडेंट होने पर हॉस्पिटल में भर्ती, डॉक्टर की फीस और दवा का खर्च कवर किया जाता है।
- सामान खोना: अगर परिवार के किसी सदस्य का सामान खो जाए, टूट जाए या मिलने में विलंभ हो तो इंश्योरेंस कंपनी इसके लिए पैसे देती है।
- फ्लाइट कैंसिल/डिले होना: सफर के दौरान फ्लाइट लेट हो, रद्द हो या पॉलिसी में बताए गए किसी व्यक्तिगत कारण से आपके द्वारा रद्द किया गया हो तो वह भी कवर किया जाता है।
- पासपोर्ट खोना: विदेश यात्रा में पासपोर्ट आपका सबसे ज़रूरी साथी होता है। सोचिए, अगर वह खो जाए तो कितनी बड़ी परेशानी हो सकती है! लेकिन अगर आपने फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस ले रखा है, तो खोए हुए पासपोर्ट को बनवाने का खर्च इंश्योरेंस में कवर होता है।
- ट्रिप कैंसल या बीच में छोड़ना: अचानक कोई जरूरी वजह आ जाए, जिससे ट्रिप कैंसल करनी पड़े, तो एडवांस दिए गैर-वापसी पैसे की भरपाई होती है।
- एडवांस बुकिंग: सबकुछ पहले से बुक करने बाद भी अगर तकनीकी गड़बड़ी या ओवरबुकिंग के कारण आपका कोई नुकसान होता है तो वह कवर किया जाता है।
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस में क्या कवर नहीं होता है?
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस में कुछ स्थितियां ऐसी भी होती हैं जिनके लिए कवरेज नहीं मिलता जैसे:
- बिना वीज़ा के यात्रा: किसी दूसरे देश में जाने से पहले आपके पास अपना वीज़ा होना चाहिए। बिना वैध वीज़ा के यात्रा करने पर इंश्योरेंस का कवर नहीं मिलता।
- वीज़ा वैधता से अधिक यात्रा: वीज़ा वैधता से अधिक किसी देश में रहने या यात्रा करने पर फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस का कवरेज नहीं मिलता।
- इलाज के लिए ट्रिप: अगर कोई मेडिकल इलाज ही ट्रिप का उद्देश्य है, तो इसे कवर नहीं किया जाता।
- स्वास्थ ठीक नहीं होने पर: डॉक्टर की सलाह के खिलाफ या परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य सही नहीं होने पर भी यात्रा की जा रही है तो, कवर नहीं मिलता।
- प्रेग्नेंसी: प्रेग्नेंसी और उससे जुड़ी परेशानियां इंश्योरेंस में शामिल नहीं होती।
- खुद को नुकसान पहुंचाना: शराब, नशा या गैरकानूनी काम के कारण नुकसान या चोट के मामलों में इंश्योरेंस काम नहीं करता। खुद को नुकसान पहुंचाने (जैसे आत्महत्या या आत्महत्या की कोशिश) की स्थिति में भी इंश्योरेंस नहीं मिलता।
- जोखिम भरे खेल: खतरनाक या जोखिम भरे खेलों, एक्टिविटीज के दौरान चोट लगने पर कवर नहीं मिलता।
- विकलांगता रिपोर्ट का गलत इस्तेमाल: क्लेम को पास करवाने के लिए किसी करीबी रिश्तेदार की विकलांगता रिपोर्ट का इस्तेमाल करने पर क्लेम नहीं मिलता।
फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस लेते समय किन बातों का ध्यान रखें?
अगर आप अपने परिवार के साथ कोई बेहतरीन ट्रिप प्लान कर रहे हैं, तो फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस लेना एक समझदारी भरा निर्णय होगा। लेकिन, इसे खरीदने से पहले आपको कुछ जरूरी चीजों का ध्यान रखना चाहिए:
- फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस में बच्चों से लेकर 71 वर्ष तक के व्यक्ति कवर हो सकते हैं, 71 से अधिक वर्ष वाले कवर नहीं होतें।
- पॉलिसी लेने से पहले इसमें कितने सदस्य कवर हो रहे हैं, यह जांच लें।
- इस पॉलिसी को तभी लें जब आप ट्रिप के बाद भारत लौटने वाले हो।
- इसे ट्रिप से पहले ही लेने की कोशिश करें।
- मेडिकल कवर कितना है और क्या-क्या मेडिकल खर्च शामिल हैं, ये समझ लें।
हर ट्रिप की अपनी खूबसूरती होती है, लेकिन सुरक्षित सफर ही असली यादें बनाता है। परिवार के साथ यात्रा करते समय छोटी-सी भी परेशानी बड़ी समस्या बन सकती है। ऐसे में फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस आपके पूरे सफर को चिंता-मुक्त और सुरक्षित बनाता है। सही प्लान चुनने से न केवल मेडिकल इमरजेंसी या बैगेज लॉस जैसी परेशानियों से बचाव होता है, बल्कि आपको मानसिक सुकून भी मिलता है। इसलिए अगली बार जब भी परिवार के साथ ट्रिप प्लान करें, इंश्योरेंस लेना बिल्कुल न भूलें।





