MP प्राथमिक शिक्षा भर्ती 2020 के नियुक्ति आदेशों में देरी से अभ्यर्थियों ने जाहिर की नाराजगी, उठाई ये मांग

MP: मध्य प्रदेश में प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 के तहत चयनित अभ्यर्थियों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। वे नियुक्ति आदेशों में हो रही अनावश्यक देरी के कारण काफी परेशान हैं।

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MP: प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में चयनित ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए न्याय की लड़ाई अभी भी जारी है। कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जिनके नियुक्ति आदेश बिना किसी कारण के रोक दिए गए हैं। ओबीसी अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेशों को बिना किसी स्पष्ट कारण के रोक दिया गया है, जिससे उनकी नियुक्ति प्रक्रिया अटकी हुई है।इन अभ्यर्थियों ने अब शिक्षा विभाग से गुहार लगाई है कि उनके नियुक्ति आदेश जल्द से जल्द जारी किए जाएं। प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 के उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने इकट्ठा होकर हाई कोर्ट के आदेश का पालन करने, साथ ही साथ ओबीसी वर्ग के जिन लोगों की नियुक्ति रोकी गई है, उन्हें अपनी नियुक्ति दिलाने के लिए आवाज उठाई है। चलिए इस खबर में जानते हैं कि उनकी क्या-क्या मुख्य मांगे हैं।

अभ्यर्थियों का आरोप

कई ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों का आरोप है कि उनके मेरिट के आधार पर चयन होने के बावजूद भी उन्हें नियुक्ति नहीं दी जा रही है। कुछ का कहना है कि उनकी नियुक्ति आदेश गलत तरीके से रद्द कर दिए गए हैं। कई अभ्यर्थियों ने आशंका जताई है कि विभाग में भ्रष्टाचार के कारण उनकी नियुक्ति में रोड़ा अटका हुआ है।

क्या है विभाग का कहना?

शिक्षा विभाग का कहना है कि कुछ तकनीकी खामियों के कारण कुछ अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश रोक दिए गए हैं। विभाग ने इन खामियों को दूर करने का काम शुरू कर दिया है और जल्द ही इन अभ्यर्थियों के नियुक्ति आदेश जारी कर दिए जाएंगे।

नियुक्ति आदेश जारी करने की मांग

चयनित अभ्यर्थियों ने मांग की है कि ओबीसी अभ्यर्थियों के रुके हुए नियुक्ति आदेश तुरंत जारी किए जाएं। इसके साथ ही सभी वर्गों के अभ्यर्थियों, जिन्होंने जिला और स्कूल चॉइसफिलिंग प्रक्रिया पूरी कर ली है, को भी नियुक्ति पत्र जारी किए जाएं। अभ्यर्थियों ने यह भी बताया कि म.प्र. में 12 वर्षों के बाद प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है, जिससे उनकी उम्मीदें जुड़ी हुई हैं।

पूर्व शिक्षामंत्री का वादा और अभ्यर्थियों की उम्मीदें

पूर्व शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार ने चुनाव से पहले कहा था कि 30,000 से ज्यादा पद रिटायरमेंट से खाली हुए हैं। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया था कि 10,000 अतिरिक्त पद बढ़ाकर ओबीसी के नियुक्ति समस्या का समाधान किया जा सकता है। अभ्यर्थियों ने इस वादे की याद दिलाते हुए मांग की है कि म.प्र. प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में नियुक्ति पत्र जल्द से जल्द जारी किए जाएं।

हाई कोर्ट के आदेश का पालन करने की मांग

अभ्यर्थियों ने माननीय हाई कोर्ट के आदेश का पालन करने की भी मांग की है। उन्होंने प्रयोगशाला सहायक शिक्षकों के 1696 और 525 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की अपील की है। इसके साथ ही प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में फर्जी दिव्यांगों की जगह वास्तविक दिव्यांग अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाए, ताकि योग्य उम्मीदवारों को उनका हक मिल सके।

प्रमुख मांगें

बिना किसी कारण ओबीसी के नियुक्ति आदेश रुके हुए हैं, उन्हें तुरंत जारी किया जाए। सभी वर्गों के अभ्यर्थियों, जिनका जिला और स्कूल चॉइसफिलिंग (वैटिंग) हो चुकी है, उन्हें नियुक्ति दी जाए। माननीय हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए प्रयोगशाला सहायक शिक्षकों के 1696 और 525 पदों पर प्रक्रिया शुरू की जाए। प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में फर्जी दिव्यांगों की जगह वास्तविक दिव्यांग अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाए।

अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर उनकी मांगें जल्द से जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे विरोध प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने शासन से अपील की है कि संवेदनशीलता दिखाते हुए उनकी मांगों को पूरा किया जाए और नियुक्ति आदेश जारी किए जाएं ताकि वे अपने करियर की शुरुआत कर सकें और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में अपना योगदान दे सकें।


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भावना चौबे

भावना चौबे

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