Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने स्पष्ट किया है कि वह पीएचडी प्रवेश के लिए कोई अलग परीक्षा आयोजित नहीं करेगा। दरअसल यह निर्णय उन छात्रों के लिए राहत की खबर है जो यूजीसी नेट परीक्षा के माध्यम से पीएचडी में प्रवेश की योजना बना रहे हैं। यह घोषणा तब की गई जब यूजीसी नेट परीक्षा के रद्द होने के बाद कई प्रमुख संस्थानों के पीएचडी प्रवेश के लिए अपने एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करने की चर्चा हो रही थी।
कुलपति का बयान
दरअसल दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने स्पष्ट किया कि डीयू पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश के लिए अलग से एंट्रेंस परीक्षा नहीं लेगा। उन्होंने कहा, “हम यूजीसी के सुझावों का इंतजार कर रहे हैं और एनटीए से अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।” उन्होंने यह भी बताया कि डीयू पीएचडी एकेडमिक सत्र 2024-25 की शुरुआत में एक महीने की देरी हो सकती है।
वहीं जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने पीएचडी प्रवेश के लिए JNUEE परीक्षा पैटर्न को पुनः लागू करने की घोषणा की, तो छात्रों में यह चिंता फैल गई कि कहीं दिल्ली विश्वविद्यालय भी ऐसा न कर दे। हालांकि, कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने इस आशंका को समाप्त करते हुए स्पष्ट किया कि दिल्ली विश्वविद्यालय कोई अलग परीक्षा आयोजित नहीं करेगा।
इस समय, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित नीट यूजी परीक्षा का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। वहीं इसी बीच, एनटीए ने यूजीसी नेट परीक्षा को डार्क वेब पर पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दिया था। इस बार परीक्षा के लिए 13 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण किया था। अब इन सभी उम्मीदवारों को पुनः परीक्षा देनी होगी। यूजीसी नेट जून 2024 साइकिल की परीक्षा 21 अगस्त से 4 सितंबर तक आयोजित की जाएगी।
सीयूईटी यूजी परिणाम में देरी
दरअसल कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) यूजी परीक्षा के नतीजों में देरी के कारण, अंडर ग्रेजुएट छात्रों के दाखिले और सत्र की शुरुआत में देरी की संभावना है। इससे डीयू और अन्य संस्थानों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।