IGNOU ने लॉन्च किया सिंधी-हिन्दी- सिंधी ट्रांसलेशन कोर्स, लोगों को सिंधी भाषा और साहित्य को समझने में होगा सहायक

Manisha Kumari Pandey
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी ( IGNOU ) ने हाल ही में सिंधी -हिंदी -सिंधी ट्रांसलेशन में पीजी डिप्लोमा कोर्स ( PG Diploma in sindhi -hindi -sindhi course ) लॉन्च किया है। बता दें कि यह नया कोर्स “स्कूल ऑफ ट्रांसलेशन स्टडीज  और ट्रेनिंग” और “सिंधी चेयर” द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर लॉन्च  किया गया है। बता दें कि, सिंधी भाषा, साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय, इग्नू के स्कूल ऑफ ट्रांसलेशन स्टडीज एंड ट्रेनिंग नेशनल काउंसिल फॉर प्रमोशन ऑफ सिंधी लैंग्वेज (एनसीपीएसएल) में एक ‘सिंधी चेयर’ की स्थापना की गई थी।

इग्नू के कुलपति प्रोफेसर नागेश्वर राव की अध्यक्षता में एक समारोह का आयोजन किया गया था, जिस दौरान पीजी डिप्लोमा हिंदी -सिंधी -हिंदी ट्रांसलेशन कोर्स को लांच किया गया। प्रोफेसर राव के मुताबिक यह  कोर्स छात्रों के बीच मातृभाषा के लगाव और महत्व को बढ़ाएगा। अपने भाषण के दौरान कुलपति ने मातृभाषा के  महत्व पर प्रकाश डाला। समारोह को शुरू करते समय प्रोफेसर सुमित्रा को कुकरेती ने कुलपति को धन्यवाद किया और पूरे दुनिया में मातृभाषा के संघर्ष को भी इस दौरान उन्होंने सबके सामने उजागर किया ।

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इस समारोह के दौरान एनसीपीएसएल के डायरेक्टर प्रोफेसर अकील अहमद, दिल्ली यूनिवर्सिटी के डीन प्रोफेसर रवि प्रकाश टेकचंदानी और अजमेर सरकारी कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल प्रोफेसर हंसो ददलानी भी मौजूद थे। सभी ने इस दौरान इग्नू को सिंधी भाषा को प्रोत्साहन  देने के लिए इस प्रयास की सराहना की। दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन, प्रोफेसर रवि प्रकाश टेकचंदानी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि, इग्नू ने देश और विदेश में सिंधी भाषा की स्थिति पर प्रकाश डाला और बताया कि कैसे सिंधी ने भारतीय भाषाओं से अपनी शब्दावली को समृद्ध किया है। उन्होंने कहा कि इस नए कार्यक्रम से अधिक गैर-सिंधी लोग सिंधी भाषा और साहित्य तक पहुंच पाएंगे।


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