बच्चों के ब्राइट फ्यूचर के लिए इन सरकारी योजनाओं में करें निवेश, उच्च शिक्षा में नहीं होगी दिक्कत

Government Schemes: सभी पैरेंट्स को अपने बच्चों के उच्च शिक्षा की चिंता होती है। बढ़ती महंगाई का असर शिक्षा पर भी पड़ा है। आजकल खाने से ज्यादा एजुकेशन महंगा हो गया है। कुछ योजनाएं ऐसी हैं, जिससे आप अपने बच्चे का फ्यूचर को सुरक्षित कर सकते हैं। और उनके हायर एजुकेशन के लिए फंड इकट्ठा कर सकते हैं। हम आपको ऐसी की कुछ स्कीम्स के बारे में बताने जा रहे हैं। इन सरकारी योजनाओं में निवेश करने पर रिटर्न भी काफी मिलता ह।

पब्लिक प्रोविडेन्ट फंड

पब्लिक पप्रोविडेंट फंड भी ऐसी ही योजनाओं में से एक है। जिसका लाभ आप अपने बच्चे की शिक्षा के लिए फंड कलेक्ट में कर सकते हैं। यह योजना बेटा और बेटी दोनों के लिए होता है। इसमें निवेश करने पर रिस्क भी कम होता है। पीपीएफ योजना 15 साल में मैच्योर हो जाती हो। यदि सही के इन्वेस्ट किया जाए तो आसानी से 15 सालों में 75 लाख रुपये की राशि इकट्ठा हो सकत है। हालांकि इसके  निवेशकों को हर महीने 24-25 हजार रुपये तक का निवेश करना होगा। योजना में ब्याज भी बहुत शानदार मिलता है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"