MP Board : 1 मार्च से शुरू हुई एमपी बोर्ड 10वीं-12वीं परीक्षा विवादों में आ गई है। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने के मामले सामना रहे हैं। शुक्रवार को भी दसवीं कक्षा के अंग्रेजी का प्रश्नपत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल किया गया था। हर दिन प्रश्नपत्र आधा एक घंटा पहले इंटरनेट पर वायरल किया जा रहा है। इसी बीच प्रशासन की कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। अब तक 9 से 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में मंडल के सचिव श्रीकांत भनोट का कहना है कि प्रश्नपत्र लीक होने में केंद्र अध्यक्ष और सहायक केंद्र अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध है।
परीक्षार्थियों के लिए एडवाइजरी जारी
- परीक्षार्थियों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी गई है साइबर क्राइम ब्रांच द्वारा परीक्षार्थियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति परीक्षा पूर्व प्रश्न पत्र लेने के झांसे में ना आए। प्रश्न पत्र के बदले में किसी को भी पैसे देने से बचें।
- इसके साथ ही असामाजिक तत्वों द्वारा पैसे कमाने के लिए गए गैस प्रश्न पत्र या डमी पेपर बेचे जा रहे हैं। व्यक्ति को भरोसे में लेने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल के लोगो का उपयोग किया जा रहा है। इसलिए छात्रों को इस से बच कर रहना चाहिए।
केंद्र अध्यक्ष और सहायक केंद्र अध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध
माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव श्रीकांत भनोट का कहना है कि प्रश्न पत्र केंद्र अध्यक्ष और सहायक केंद्र अध्यक्ष के बिना लीक नहीं हो सकता क्योंकि आधा घंटा पहले प्रश्न पत्र का बंडल केंद्र अध्यक्ष की निगरानी में खोला जाता है। वही प्रश्न पत्र लीक मामले में प्रदेश के 4 जिलों के 9 केंद्र अध्यक्ष व सहायक केंद्र अध्यक्ष को भी निलंबित किया जा चुका है।