भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में कोरोना संक्रमण में तेजी से उछाल देखा जा रहा है। कोरोना केसों (MP Corona cases) में बढ़ोतरी के बावजूद यूनिवर्सिटी (MP Colleges) इसके लिए ऑफलाइन मोड़ (offline exam) में परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं में प्रदेश के 36000 छात्र छात्राएं शामिल होंगे। वही अभी छात्रों की मांग है कि Corona के बढ़ते केस को देखकर परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित की जाए। हालांकि इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग (Higher education department) द्वारा सभी विश्वविद्यालयों को अपनी व्यवस्था अनुसार परीक्षा आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मामले में उच्च शिक्षा आयुक्त दीपक सिंह का कहना है कि सभी विश्वविद्यालय को निर्देशित किया गया कि वह अपनी व्यवस्था अनुसार परीक्षा आयोजित कर सकते हैं। इसमें सभी तरह के मोड शामिल होंगे। परीक्षा कैसे लेना है, यह विश्वविद्यालय तय करेगा। इधर कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बावजूद बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ऑफलाइन मोड में UG-PG सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित करने की तैयारी कर चुका है। 50% क्षमता के साथ ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। इसके लिए छात्र एग्जाम सेंटर पर पहुंचकर परीक्षा देंगे।
मामले में अधिकारियों का कहना है कि ऑफलाइन मोड की परीक्षा की तैयारी की गई है। अन्य पैटर्न पर अभी परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है। इसके अलावा Corona के दूसरे हॉटस्पॉट बने इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में भी 18 जनवरी से ऑफलाइन बोर्ड में परीक्षा आयोजित की जाएगी। जबकि महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में भी ऑफलाइन मोड में आयोजित करने की तैयारी की गई है।
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विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय के पास पर्याप्त संसाधन ना होने के कारण यह व्यवस्था करना उचित है। ओपन बुक माध्यम पर परीक्षा हो सकती है लेकिन विश्वविद्यालय ने ऑफलाइन मोड की तैयारी की हुई है। इसके लिए परीक्षा के प्रश्न पत्र भी प्रिंट किए जा चुके हैं। जिसके बाद व्यवस्था बदलने पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
इधर छात्रों की मांग है कि ऑनलाइन क्लासेस आयोजित की जा रही है। ऑफलाइन परीक्षा लेना पूरी तरह से अनुचित है। कई विश्वविद्यालय में छात्र प्रदेश के विभिन्न जिलों से आते हैं। ऐसे में सभी जिले से बचे Corona में किस प्रकार यात्रा कर पाएंगे। यह बेहद ही खतरनाक है। इसलिए परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने की तैयारी की जाए।
हालांकि उच्च शिक्षा विभाग के पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि चतुर्थ सेमेस्टर सहित यूजी की अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑफलाइन Mode में ही आयोजित की जाएगी। छात्रों के भविष्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। हालांकि यूजी के अन्य वर्ष सहित पीजी के पहले, द्वितीय और तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा की जिम्मेदारी विश्वविद्यालय पर छोड़ी गई है।