अब APAAR ID से होगी छात्रों की पहचान, CBSE ने जारी किया स्कूलों को नोटिस, दिए ये निर्देश, पढ़ें पूरी खबर 

सीबीएसई ने अपार आईडी को लेकर अहम नोटिस जारी किया है। अब छात्रों की पहचान के लिए APAAR ID सिस्टम लागू किया जाएगा। आइए जानें इससे विद्यार्थियों को क्या लाभ होगा?

Manisha Kumari Pandey
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केंद्र माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने सभी संबद्ध स्कूलों को छात्रों के लिए प्राथमिक पहचानकर्ता  के रूप में APAAR ID लागू करने का निर्देश दिया है। इस संबंध में बोर्ड ने ऑफिशियल वेबसाइट पर नोटिस जारी किया है। जिसमें सीबीएसई (CBSE Board) ने इस सिस्टम के फायदे और उद्देश्यों की जानकारी दी है।

बोर्ड ने नोटिस में कहा कि, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण के अनुरूप शिक्षा मंत्रालय छात्रों के लिए अपार आईडी प्रणाली लागू कर रहा है। इस पहल का उद्देश्य हर छात्र के लिए एक सहज और आजीवन डिजिटल पहचान बनाना है। जिससे शैक्षिक रिकार्ड प्रबंधन में  पारदर्शिता, जवाबदेही और दक्षता को बढ़ावा मिल सके।”

अपार आईडी सिस्टम को लागू करने से छात्रों के शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक उपलब्धियां को का एक रिकार्ड उपलब्ध होगा। व्यक्तिगत शिक्षक और प्रभावी नीति नियोजन के लिए डेटा संचालित निर्णय लेने के लिए भी यह सक्षम बनाना है। अंतर विद्यालय स्थानांतरण या राज्य जिलों में परिवर्तन के दौरान यह समर्थन प्रदान करना है। इसके अलावा शैक्षिक प्रशासन में पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ाना इस प्रणाली का उद्देश्य है।

बोर्ड ने स्कूलों को दिए निर्देश (APAAR ID)

बोर्ड ने सभी स्कूलों को अपार आईडी जनरेट करने की प्रक्रिया बताई है। दिशानिर्देश भी जारी किया है। इस प्रक्रिया में सबसे पहले स्कूलों पैरेंटटीचर मीटिंग का- आयोजन करने का करना होगा। इस दौरान सभी अभिभावकों को फिजिकल कंसेंट फॉर्म दिया जाएगा, जिसमें उन्हें साइन करके जमा करना होगा। इस फॉर्म में आधार से जुड़ी जानकारी भी शामिल होगी।  इसके बाद स्कूल अथॉरिटी छात्रों की जानकारी को सत्यापित करेगी। यूडीआईसी+ पोर्टल के जरिए अपार आईडी स्कूल जनरेट करेंगे, जो छात्रों के डिजिलॉकर अकाउंट से जुड़ा होगा।  इसके बाद स्कूल सभी छात्रों और अभिभावकों को अपार आईडी का वितरण करेंगे। किसी प्रकार की गलती या सुधार के लिए कॉमन सर्विस सेंटर के लिए अभिभावकों को  मार्गदर्शित करेंगे। बोर्ड में सभी स्कूलों को कक्षा 9वीं से लेकर एक 12वीं के छात्रों को अधिक प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। छात्रों के आधार डेटा रिकॉर्ड मेंटेन करने  की सलाह भी दी गई है। इसके अलावा अपार आईडी इस्तेमाल को लेकर अभिभावकों, छात्रों और शिक्षकों से फीडबैक लेने का निर्देश भी बोर्ड ने स्कूलों को दिया है।

अपार आईडी से छात्रों को होगा लाभ 

अपार आईडी से छात्रों को कई फायदे होंगे। उन्हें शैक्षणिक पहचान मिलेगी। यह छात्रों के पहचान पत्र के रूप में भी काम करेगा। शैक्षिक स्टारों के बीच संक्रमण सहज और निर्बाध बनाएगा। शैक्षणिक गतिशीलता भी प्रदान करेगा।  पूरी जिंदगी शैक्षणिक पहचान भी छात्रों को मिलेगी। छात्र आसानी से अपनी शैक्षणिक यात्रा, व्यक्तिगत अध्ययन योजना और वास्तविक समय प्रदर्शन विश्लेषण की सक्षमता को पर निगरानी रख पाएंगे। इसके अलावा यह छात्रों के शैक्षिक रिकार्ड को सुव्यवस्थित करेगा। इस इतना ही नहीं यह सिस्टम कौशल अंतर विश्लेषण में भी मदद कर मदद करेगा।

 


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