यूजीसी नेट की आवेदन प्रक्रिया में मई में ही समाप्त हो चुकी है। परीक्षा की संभावित तिथि भी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने घोषित कर दी है। 21 जून से लेकर 30 जून के बीच देश भर के विभिन्न शहरों में एग्जाम आयोजित किए जाएंगे। कुल 85 विषयों की परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट मोड में होने वाली है। इसमें प्राप्त स्कोर (UGC NET 2025) के आधार पर उम्मीदवारों को जूनियर रिसर्च फेलोशिप अवार्ड मिलेगा। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्ति और एचडी पाठ्यक्रम में दाखिला मिलेगा।
एग्जाम शुरू होने में कुछ दिन का ही समय बाकी है। ऐसे में छात्रों को कंफ्यूजन होती है कि उन्हें क्या पढ़ना चाहिए या क्या नहीं। परीक्षा में सभी प्रश्न सिलेबस से ही पूछे जाते हैं, जो एनटीए ने जारी कर दिया है। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जाकर इसे डाउनलोड कर सकते हैं। इसके अलावा एग्जाम पैटर्न और मार्किंग स्कीम की घोषणा भी कर दी गई है। जिसकी जानकारी सभी अभ्यर्थियों को होनी चाहिए,’ ताकि परीक्षा के दिन कोई भी परेशानी ना हो। मॉक टेस्ट का लिंक भी एक्टिव कर दिया गया है, जिसका लाभ उठाकर उम्मीदवार परीक्षा पैटर्न को अच्छे से समझ सकते हैं।

ऐसे डाउनलोड करें सिलेबस
सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएँ। होमपेज पर इंफॉर्मेशन बुलेटिन के टैब पर जाकर जून सेशन के ऑप्शन को चुनें। स्क्रीन पर परीक्षा से संबंधित सारी जानकारी के लिए सूचना बुलेटिन का पीडीएफ़ खुलेगा। यहाँ टेस्ट के लिए सिलेबस के पेज पर जाएं। दिए गए लिंक पर क्लिक करें। नया पेज खुलेगा। विषयों के अनुसार डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें और सिलेबस डाउनलोड करें। भविष्य के संदर्भ में इसका प्रिन्ट आउट निकाल कर भी रख सकते हैं।
यूजीसी नेट सिलेबस के लिए डायरेक्ट लिंक
मार्किंग स्कीम और एग्जाम पैटर्न
यूजीसी नेट परीक्षा में दो सेक्शन शामिल होंगे। दोनों पेपर में में ऑब्जेक्टिव और एमसीक्यू प्रश्न पूछे जाएंगे। दोनों पेपर के बीच को भी ब्रेक नहीं दिया जाएगा। इसकी अवधि 3 घंटे होगी पेपर-1 कुल 100 अंक का होगा, 50 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें उम्मीदवार के शिक्षण या शोध योग्यता का आकलन किया जाएगा। तर्क, पढ़ने की समझ, भिन्न सोच और सामान्य जागरूकता का परीक्षण करने के लिए पेपर को डिजाइन किया गया है। वहीं पेपर-1 कुल 200 अंक का होगा, 100 प्रश्न इसमें शामिल होंगे। यह अभ्यर्थियों द्वारा चयनित विषय पर आधारित होगा।
प्रत्येक सही उत्तर पर दो अंक मिलेंगे। गलत उत्तर के लिए किसी प्रकार के नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान यूजीसी नेट परीक्षा में नहीं होगा। उत्तर न दिए गए प्रश्नों के लिए कोई अंक प्रदान नहीं किए जाएंगे। यदि भविष्य में उत्तर प्रश्न गलत होता है या इसे ड्रॉप किया जाता है तो सभी छात्रों को दो अंक मिलेंगे।