पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए UGC ने जारी किया नया करिकुलम, होंगे कई बड़े बदलाव, पढ़ें पूरी खबर 

पीजी प्रोग्राम के लिए नया फ्रेमवर्क जारी हो चुका है। कार्यक्रम में कई बदलाव किए गए हैं।

Manisha Kumari Pandey
Published on -
PG Course New Curriculum

PG Course New Curriculum: पीजी छात्रों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए नया करिकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी कर दिया है। पाठ्यक्रम से जुड़े कई बदलाव की सिफारिश की गई है। जिसका उद्देश्य हायर एजुकेशन लैन्स्कैप को मॉडर्न बनाना है। जिससे छात्रों को वर्तमान के प्रोफेशनल और अकादेमी मांगों के लिए तैयार करना है।

यूजी कोर्स में कई बदलाव किए गए हैं। जिसे देखते हुए पीजी कोर्स के लिए भी मल्टीपल संरचनाओं का प्रस्ताव रखा गया है। नए फ्रेमवर्क के तहत जो छात्र 3 वर्षीय ग्रेजुएशन एडीपी के तहत कम समय में पूरा करते हैं, वे भी 2 वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएशन प्रोग्राम में एडमिशन लए सकते हैं। वहीं 4 वर्षीय ग्रेजुएशन ऑनर्स करने वाले छात्र 1 वर्षीय पीजी कार्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं। 5 वर्षीय इंटिग्रेटेड प्रोग्राम का विकल्प भी छात्रों को दिया जाएगा। इसके अलावा क्रेडिट सिस्टम, एंट्री एग्जिट ऑप्शन समेत अन्य कई बदलाव भी कार्यक्रम में हो सकते हैं।

ऑनलाइन कार्यक्रम पर केंद्रित होगा पोस्ट ग्रेजुएशन (UGC Updates) 

नया फ्रेमवर्क ऑनलाइन प्रोग्राम को बढ़ावा देता है। छात्रों को एक साथ कई डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन में लेने का ऑप्शन मिलेगा है। इससे उन छात्रों को लाभ होगा जो उच्च शिक्षा संस्थानों से दूर रहते हैं। नया कुरिकुलम क्रॉस-डिसिप्लिनरी लर्निंग को प्रतोत्साहित करता है। ऑफलाइन, ODL, ऑन;इने और हाइब्रिड प्रारूपों का ऑप्शन भी मिलेगा।

क्रेडिट और पीजी कोर्स के लिए पात्रता (PG Credit System)

एक वर्षीय पीजी प्रोग्राम के लिए NHEQF के लेवल 6.5 पर न्यूनतम 160 क्रेडिट के साथ ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री या रिस्तच के साथ ऑनर्स की जरूरत पड़ेगी। 2 वर्षीय पीजी प्रोग्राम के लिए कम से कम 120 क्रेडिट के साथ तीन वर्षीय स्नातक डिग्री या NHEQF के स्तर 7 पर न्यूनतम 160 क्रेडिट के साथ 4 वर्षीय स्नातक डिग्री होनी चाहिए। पीजी प्रोग्राम में छात्रों का एडमिशन ग्रेजुएशन परफॉरमेंस या एन्ट्रेंस एग्जाम के आधार पर होगा। छात्र अपने ग्रेजुएशन मेजर से अलग विषय में भी पीजी कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए प्रासंगिक राष्ट्रीय या यूनिवर्सिटी लेवल एन्ट्रेंस एग्जाम के लिए अहर्ता प्राप्त करनी होगी।

पीजी कोर्स में हुए अन्य बड़े बदलाव ( PG Course Changes) 

  • पीजी करिकुलम के तहत AI , मल्टी डिसिप्लिनरी “AI+X” और प्रोफेशनल क्षेत्र जैसे कि हेल्थकेयर, लॉ, एग्रीकल्चर इत्यादि क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
  • एनईपी के अनुरूप पाठ्यक्रम होगा। जो योग्यता को स्तर 6, 6.5 और 7 पर वर्गीकृत करेगा।

About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News