किसानों के लिए अच्छी खबर, 1 नवंबर से शुरू होगी धान खरीदी, घर बैठे मिलेगा टोकन, ऐप लॉन्च

Pooja Khodani
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छत्तीसगढ़, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से धान की खरीदी शुरू होने जा रही है। अक्सर देखा जाता है कि किसानों द्वारा धान को बेचते समय कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन्हीं सब समस्याओं को दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक एप लॉन्च किया है। इस ऐप का नाम टोकन तुहर हाथ रखा गया है।

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यह ऐप किसानों की सहूलियत के लिए बनाई गई है। टोकन तुंहर हाथ के माध्यम से किसान अपनी धान बेचने के लिए घर बैठे टोकन प्राप्त कर सकेंगे। अब टोकन के लिए ना तो किसानों को संबंधित समितियों में जाने की जरूरत होगी और ना ही खरीदी केंद्रों पर जाने की जरूरत। टोकन तुहर हाथ ऐप में किसान की पूरी जानकारी जैसे उसकी फसल, जमीन का पंजीकृत रकबा, खसरा नंबर आदि सभी जानकारियां आसानी से उपलब्ध रहेंगी।

इसके अलावा जो किसान ऐसे हैं जिनके लिए ऑनलाइन व्यवस्था को समझना मुश्किल होगा वह पुरानी व्यवस्था के अनुसार धान विक्रय का टोकन प्राप्त कर सकेंगे।आपको बता दें 1 नवंबर से राज्य सरकार द्वारा शुरू की जा रही धान खरीदी का लक्ष्य लगभग 110 लाख मैट्रिक टन रखा गया है। इसके लिए राज्य में 2495 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। जारी किए गए टोकन के अनुसार किसानों का विभाजन किया जाता है और उसके बाद 6 तारीख को वह किसान अपनी धान बेचने के लिए खरीदी केंद्र पर आते हैं।

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खास बात ये है कि “टोकन तुहर हाथ” ऐप के जरिए किसान को घर बैठे ही अब टोकन मिल सकेगा। इसके अलावा जो किसान ऑनलाइन टोकन नहीं लेना चाहते या ऑनलाइन पद्धति से अच्छी तरह वाकिफ नहीं है वे पुराने तरीके से ऑफलाइन टोकन लेने जा सकते हैं।निश्चित तौर पर सरकार की इस पहल के बाद किसानों को घंटों लाइन में लगकर टोकन लेने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा और ना ही मशक्कत करनी पड़ेगी। आपको बता दें यह ऐप सभी एंड्राइड मोबाइलों पर काम करेगी।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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