भोपाल डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश में 30 अप्रैल तक लागू कोरोना कर्फ्यू की अवधि को और बढाया जा सकता है। जिस तरह से कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है उसे देखते हुए प्रदेश सरकार यह निर्णय ले सकती है।
मध्यप्रदेश के मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस कोरोना पॉजिटिव
मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ्यू 30 अप्रैल के सुबह 6:00 बजे तक के लिए लगाया गया है। लेकिन इसके साथ ही जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को यह अधिकार है कि वह आवश्यकतानुसार इसे आगे बढ़ा सकते हैं। इसी क्रम में बैतूल में 3 मई तक के लिए कोरोना कर्फ्यू बढा दिया गया है। प्रदेश में जिस तरह से कोरोना संक्रमण की दर लगातार बढ़ती जा रही है और संसाधनों की कमी मुंह बाए खड़ी है, उसे देखते हुए सरकार कोरोना कर्फ्यू को और आगे बढ़ा सकती है। मध्य प्रदेश में पिछले दिन भी 12 हजार से ज्यादा नये संक्रमित मिले है। पिछले दस दिनों में एक लाख से ज्यादा नए संक्रमित हो गए हैं। इस आंकड़े को छूने में पहले कोरोना को तीन महीने से ज्यादा का वक्त लगा था। आंकड़ों की बात करें तो हर मिनट में सात नये लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
कलेक्टर से बोले कांग्रेस विधायक-कलेक्ट्रेट पर बीजेपी झंडा लगवा दें, लेकिन शहर की खुशियां लौटा दें
सबसे ज्यादा परेशानी की बात ग्रामीण क्षेत्रों की है जहां पर कोरोना कर्फ्यू बेअसर साबित हो रहा है और लोग अभी भी नहीं समझ रहे। मुख्यमंत्री लगातार इस बात को कह रहे हैं कि कोरोना को हराने का एकमात्र तरीका संक्रमण की चेन तोड़ना है और इसके लिए हर व्यक्ति को कम से कम अपरिहार्य स्थितियों के अलावा घर पर ही रहना चाहिए। सबसे बड़ी परेशानी ऑक्सीजन सहित रेमेडिसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता की है जिसे लेकर आए दिन कहीं ना कहीं से बुरी खबरें आ रही है। ऐसे में सरकार का यह मानना है कि कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने के अलावा कोई चारा नहीं और संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए कड़े निर्णय अपनाने ही होंगे।