नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देशभर के 1 करोड़ केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों-पेंशनरों (Central Government employees) के लिए बड़ी खुशखबरी है। 2023 में एक बार फिर महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की जाएगी। लेबर मिनिस्ट्री की तरफ से अगस्त के AICPI इंडेक्स के आंकड़े जारी कर दिये गए हैं, जुलाई के मुकाबले अगस्त के आंकड़े 0.3 अंक की वृद्धि हुई हैं, अगस्त में यह आंकड़ा 130 के पार 130.2 पर पहुंच गया है, ऐसे में जनवरी 2023 में एक बार फिर करीब 3 से 4% तक डीए बढ़ने का अनुमान है। अगर ऐसा हुआ तो कर्मचारियों की सैलरी में फिर बडा उछाल देखने को मिलेगा।
हजारों पेंशनरों की बड़ी तैयारी, सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, पेंशन की मांग, CM को लिखा पत्र, मिलेगा लाभ!
दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से साल में दो बार केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाया जाता है। प्रत्येक छह महीने में महंगाई भत्ते में वृद्धि होती है और कितनी बढ़ोतरी होगी, यह AICPI इंडेक्स के आंकड़ों पर निर्भर करता है। जनवरी और जुलाई 2022 के महंगाई भत्ते का ऐलान किया जा चुका है, अब जनवरी 2023 में महंगाई भत्ते बढ़ेगा। इसकी घोषणा मार्च 2023 तक होगी, ऐसे में जुलाई और अगस्त के आंकड़ों को देखकर फिर से 3 से 4 प्रतिशत डीए बढ़ने की संभावना है, ऐसे में जनवरी में डीए बढ़कर 41 या 42 प्रतिशत होने की उम्मीद है,इससे कर्मचारियों की सैलरी में अच्छा खासा इजाफा होगा।
कर्मचारियों को फिर मिलेगा एक और तोहफा! DA के बाद बढ़ेगा एक और भत्ता, सैलरी में आएगा बंपर उछाल
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 38 प्रतिशत है।हाल ही में केन्द्र सरकार द्वारा 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद यह 34% से बढकर 38 प्रतिशत हो गया है। यह 1 जुलाई से लागू होगा, ऐसे में 2 महीने का एरियर बढ़े हुए डीए के साथ अक्टूबर की सैलरी में नवबंर में मिलेगा। वही पेंशनर्स को भी 38 फीसदी की दर से पेंशन मिलेगी। खास बात ये है कि डीए बढ़ने से कर्मचारी के पीएफ और ग्रैच्युटी कंट्रीब्यूशन में भी इजाफा होता है। इसका लाभ 50 लाख कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनधारकों को मिलेगा।
August AICPI Index 2022
श्रम ब्यूरो, श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय से संबंधित कार्यालय द्वारा हर महीने औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का संकलन सम्पूर्ण देश में फैले हुए 88 महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्रों के 317 बाजारों से एकत्रित खुदरा मूल्यों के आधार पर किया जाता है। सूचकांक का संकलन 88 औद्योगिक केंद्रों एवं अखिल भारत के लिए किया जाता है और आगामी महीने के अंतिम कार्यदिवस पर जारी किया जाता है।
- अगस्त, 2022 का अखिल भारत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (औद्योगिक श्रमिक) 0.3 अंक बढ़कर 130.2 (एक सौ तीस दशमलव दो) अंकों के स्तर पर संकलित हुआ। सूचकांक में पिछले माह की तुलना में 0.23 प्रतिशत की वृद्धि रही जबकि एक वर्ष पूर्व इन्हीं दो महीनों के बीच 0.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
- केंद्र-स्तर पर शोलापूर के सूचकांक में अधिकतम 3.9 अंक की वृद्धि रही जिसके पश्चात अगरा में 3.2 अंक की वृद्धि दर्ज की गई। अन्य 5 केंद्रों में 2 से 2.9 अंक, 20 केंद्रों में 1 से 1.9 अंक और 27 केंद्रों में 0.1 से 0.9 अंक के बीच वृद्धि रही। इसके विपरीत जमशेदपुर में अधिकतम 3.7 अंक की कमी रही| अन्य 8 केंद्रों में 1 से 1.9 अंक और 24 केंद्रों में 0.1 से 0.9 अंक तक की कमी दर्ज की गई | शेष एक केंद्र का सूचकांक स्थिर रहा।
- अगस्त, 2022 के लिए मुद्रास्फीति दर पिछले महीने के 5.78 प्रतिशत तथा गत वर्ष के इसी माह के 4.80 प्रतिशत की तुलना में 5.85 प्रतिशत रहा। खाद्य-स्फीति दर पिछले माह के 5.96 प्रतिशत एवं एक वर्ष पूर्व इसी माह के 4.83 प्रतिशत की तुलना में 6.46 प्रतिशत रहा।