भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) के अंतर्गत आरटीई (Right to Child Education Act) के तहत निजी विद्यालयों में प्रवेश के लिए छात्रों के लिए बड़ी खबर है। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के अन्तर्गत सत्र 2021-22 में निःशुल्क प्रवेश की प्रथम चरण की प्रवेश प्रक्रिया उपरांत गैरअनुदान मान्यता प्राप्त अशासकीय स्कूलों में शेष रिक्त सीटों पर द्वितीय चरण में ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से स्कूल आवंटित कर दिए गए है।ऑनलाइन लॉटरी में 7 हजार 887 बालकों को और 6 हजार 993 बालिकाओं को स्कूल का आवंटन किया गया है।
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संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस (Director State Education Center Dhanaraju S) ने बताया कि दूसरे चरण में 14 हज़ार 880 बच्चों को उनकी च्वाइस के अनुसार स्कूल आवंटित किये गये हैं।निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार के अन्तर्गत कमजोर वर्ग एवं वंचित समूह के बच्चों को सत्र 2021-22 के लिए दूसरे चरण में ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से स्कूल (Private School) आवंटित किये गये। RTE पोर्टल http://rteportal.mp.gov.in पर दूसरे चरण के आवंटन पत्र उपलब्ध है। पालक आवेदन में अंकित जानकारी दर्ज कर आवंटन की स्थिति चेक कर सकते हैं और आवंटन पत्र भी डाउनलोड कर सकते है।
संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र धनराजू एस ने बताया कि जिन बच्चों को स्कूल (MP School) आवंटित हुआ है वह आवंटन पत्र की एक प्रति आवंटित स्कूल में ले जाकर 16 अगस्त 2021 से एक सप्ताह की अवधि में निःशुल्क प्रवेश (School Admission) ले सकते हैं। प्रवेश लेते समय ही संबंधित प्रायवेट स्कूल द्वारा मोबाइल एप के माध्यम से बच्चे की जिओटेग एडमीशन रिपोर्टिंग दर्ज की जायेगी। आवंटित स्कूल में 16 से 25 अगस्त 2021 तक बच्चे प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे। संबंधित स्कूल को 25 अगस्त तक एडमिशन (Admission 2021) रिपोर्टिंग देनी होगी। इस संबंध में सभी जिलों के कलेक्टर (Collector) और परियोजना समन्वयकों को निर्देश जारी किए गये है।
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बता दे कि कोविड-19 (Covid-19) के कारण अथवा अन्य किसी परिस्थितियों के कारण कुछ स्कूलों द्वारा स्कूल का संचालन बंद कर दिया गया है अथवा किसी अल्पसंख्यक स्कूल का आवंटन हुआ है, जिसमें प्रथम चरण में आवंटन हुआ है, उन स्कूलों में आवंटित छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुये द्वितीय चरण में अन्य स्कूल चुनने का अवसर प्रदान किया गया है ताकि उन्हें द्वितीय चरण में अन्य उनकी पसंद के स्कूल के आवंटन का अवसर प्राप्त हो सके।