खंडवा, सुशील विधानी। भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों (corrupt official employees) पर लगातार एक्शन देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां ईओडब्ल्यू (EOW) द्वारा कई अधिकारी कर्मचारियों पर शिकंजा कसा जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ लोकायुक्त एक्शन (Khandwa lokayukt action) भी लगातार सामने आ रहे हैं। इसी बीच बड़ी कार्रवाई खंडवा जिले में की गई है।
खंडवा जिले में आयोजित पीआईयू ऑफिस में संभागीय कार्यपालन यंत्री को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच आ गया है। ठेकेदार द्वारा बिल पास कराने के एवज में रिश्वत की मांग की गई थी। जानकारी के मुताबिक खंडवा में आज पीआईयू ऑफिस में संभागीय कार्यपालन यंत्री को अपने ऑफिस में रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने दबोचा है। आरोपी पीयूष अग्रवाल द्वारा बिल पास कराने को लेकर 10 लाख की रिश्वत मांगी थी। जिसकी पहली किस्त देने पीड़ित ठेकेदार अधिकारी के कार्यालय पहुंचे थे।
इंदौर लोकायुक्त पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक ठेकेदार से 10 लाख रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। यह रिश्वत बिल पास कराने की एवज में मांगी गई थी। ठेकेदार नितिन मिश्रा द्वारा 3 अगस्त को लोकायुक्त पुलिस से शिकायत की गई थी। शिकायत के बाद 4 जुलाई को पीयूष अग्रवाल से बातचीत की रिकॉर्डिंग भी की गई।
जिसके बाद शुक्रवार को ठेकेदार खंडवा स्थित कार्यालय में अधिकारी को रिश्वत की राशि देने पहुंचे। इस दौरान जैसे ही ठेकेदार ने लोक निर्माण विभाग के डिविजनल प्रोजेक्ट ऑफिसर को रिश्वत की राशि दी। लोकायुक्त की टीम द्वारा उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया गया। लोकायुक्त ने पीआईयू कार्यालय में आरोपी को पकड़ा है। इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने टीम गठित कर कार्रवाई की है। इस दौरान लोकायुक्त टीम के विजय चौधरी इस्पेक्टर और उनकी टीम मौजूद थे।