भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्यप्रदेश में लापरवाह अधिकारियों कर्मचारियों (MP Negligent Officers) पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। दरअसल बड़ी कार्रवाई उमरिया जिले में की गई है। जहां मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी आरके मेहरा ने कई गांव का भ्रमण किया। इस दौरान लोगों को दवाइयों का वितरण किया गया। वहीं दूसरी तरफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) द्वारा ग्रामीणों को कई तरह की सलाह भी दी गई। उमरिया के कई गांव में डायरिया फैलने के बाद स्वास्थ्य विभाग सतर्क हुआ है। कलेक्टर ने वहां के सचिव को दोषी माना है और इस मामले में पंचायत सचिव को निलंबित (MP Suspend) करने की कार्रवाई की गई है।
मामले में आई जानकारी के मुताबिक गांव के हैंडपंप काफी समय पहले से ही बिगड़े हुए थे। जिसके कारण लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो रहा था। वहीं ग्रामीण बारिश के भरे गड्ढे का पानी पी रहे थे। जिसके कारण गांव में डायरिया फैल गया है। जिस तरह पंचायत सचिव के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
इसके अलावा एक अन्य कार्रवाई विदिशा जिले में की गई है। जहां मतदाताओं के आधार कार्ड एकत्रित कर उन्हें वोटर लिंक करने का काम चल रहा है। इस बीच विदिशा विधानसभा में लगातार फिसड्डी साबित हो रहे हैं। बाजार क्षेत्र 76 बीएलओ को इस मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। 10 दिन के अंदर इसका जवाब नहीं दिया गया तो उन पर एक पक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
वहीं एक अन्य कार्रवाई उज्जैन में की गई है। जहां पुरानी सिटी बस ऑपरेटर के किराए के 250 करोड़ वसूली में नगर निगम लगातार अनदेखी कर रहा है। 7 साल गुजर जाने के बाद भी ₹1 वसूली नहीं की गई है। डेढ़ महीने पहले आयुष अंशुल गुप्ता न्यूजेन सीजी ट्रांसपोर्ट सर्विस लिमिटेड के प्रभारी महाप्रबंधक सुनील जैन को वसूली न करने का जिम्मेदार ठहराते हुए कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया था। लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिस पर वैधानिक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
एक अन्य कार्रवाई इंदौर जिले में की गई है। जहां निर्वाचन संबंधी कार्यों निर्वाचन कर्तव्य में लापरवाही पाए जाने पर बीएलओ के रूप में पदस्थ दो आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कलेक्टर मनीष सिंह ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दरअसल राऊ के सुधा पाठक और सुनीता नारवाये पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। यह दोनों कर्मचारी बीएलओ के रूप में राऊ विधानसभा क्षेत्र में पदस्थ थी। मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल करने और मतदान केंद्र युक्तिकरण और आधार लिंकिंग का कार्य नहीं सौंपा गया था। जिसमें कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने पर निर्वाचन कार्य में रुचि ना लेने के कारण उन पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
एक कार्रवाई रीवा जिले में की गई है। रीवा जिले में एमपी पुलिस के जवानों द्वारा महिला से रिश्वत मांगे जाने पर सहायक उप निरीक्षक को एसपी नवनीत भसीन ने निलंबित कर दिया है। चुरहट थाने के नौबस्ता चौकी में तैनात एएसआई सुखेंद्र सिंह परिहार को एसपी ने निलंबित कर पुलिस लाइन भेज दिए हैं। 31 जुलाई को चौकी कैंपस के अंदर सादे कपड़े में एएसआई ड्यूटी कर रहा था। मारपीट के मामले में FIR दर्ज करने के एवज में रिश्वत के ₹5000 मांगे। महिला ने ₹1000 रिश्वत देने के बाद वीडियो बना लिया। वहीं सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद यह कार्रवाई की गई है।
एक अन्य कार्रवाई बुरहानपुर में की गई है लालबाग थाना प्रभारी एपी सिंह को बुरहानपुर एसपी राहुल कुमार अरोड़ा ने गुरुवार को लाइन अटैच कर दिया है। आदेश में कहा गया कि इकाई में पदस्थ उप निरीक्षक अमिताभ प्रताप सिंह थाना प्रभारी लालबाग जिला बुरहानपुर को प्रशासनिक दृष्टि से आगामी आदेश तक के लिए रक्षित केंद्र बुरहानपुर संबंध किए गए हैं।