भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) के नाम जल्द एक और उपलब्धि शामिल हो सकती है। दरअसल माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश जिस तेजी से कार्यरत है। आने वाले 2 सालों में मध्यप्रदेश देश का सबसे बड़ा मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब (Large Multimodal Logistics Hub) बनकर तैयार हो जाएगा। इसके लिए प्रदेश में तेजी से कार्य शैली अपनाई जा रही है। वहीं सभी विभागों (Department) को अटल बिहारी वाजपई सुशासन और नीति विश्लेषण स्कूल के सहयोग से नीति बनाकर काम शुरू किया गया है।
राज्य शासन के अलावा केंद्रीय प्रयासों को भी शामिल किया जा रहा है। प्रदेश में औद्योगिक राजधानी इंदौर और प्रशासनिक राजधानी भोपाल को लॉजिस्टिक हब बनाने के लिए सबसे उपयुक्त जगह माना गया है। वही अब इसके लिए एयरपोर्ट विस्तार सहित सेंटर फॉर पेरिशेबल कार्गो और उन्नयन आधुनिकरण सहित लॉजिस्टिक संचालन के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी विचार विमर्श और मंथन शुरू किया जा चुका है।
इंदौर से कई देशों को माल निर्यात किया जाता है। इसके लिए Cargo के माध्यम से मालों को इधर से उधर भेजा जाता है। इंदौर एयरपोर्ट से 20 किलोमीटर की परिधि में लॉजिस्टिक हब विकसित करने की योजना तैयार की गई है। जिसके लिए ट्रांसपोर्टेशन एयर इंडिया और इंडिगो एयरलाइंस कार्गो पर काम किया जा रहा है। MP शासन और केंद्र सरकार द्वारा साझा प्रयास से प्रदेश को नई उपलब्धि देने पर भी कार्य किया जा रहा है। जिसके बाद मध्य प्रदेश से 2 या 3 साल के भीतर मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब बनकर तैयार होगा।
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बता दें कि बीते साल शिवराज द्वारा इंदौर में आधुनिक अंतरराष्ट्रीय कार्यों का लोकार्पण किया गया था इसके साथ ही साथ अंतर्राष्ट्रीय कार्गो टर्मिनल का भी शिलान्यास किया गया था। मौजूदा जरूरत के हिसाब से एयरपोर्ट के विस्तार के लिए 22 एकड़ जमीन भी इंदौर एयरपोर्ट अथॉरिटी को दी गई थी। MP में जल्द नष्ट होने वाली सामग्री के लिए हवाई अड्डे पर सेंटर फोर पेरिशेबल कार्गो की स्थापना की जानी है।
इसके अलावा वेयरहाउसिंग और ट्रांसपोर्टेशन संचालन के लिए भी डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा देना है। साथ ही सप्लाई चैन मैनेजमेंट और निर्माता, परिवहन और परिवहन संचालकों के लिए भी एक प्रभावी रूप तैयार करना शासन की बड़ी जिम्मेदारी है। इसके अलावा प्रोफेशनल कंपनी की नियुक्ति किए जाने पर भी विचार विमर्श और कार्यशैली जारी है। MP में एंड टू एंड इंटीग्रेशन के विजन डॉक्यूमेंट की संरचना और वर्तमान प्रक्रिया के अध्ययन पर भी एनालिसिस जारी है।