नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। सीबीएसई के छात्रों (CBSE Student) के लिए महत्वपूर्ण अपडेट सामने आई है। दरअसल बोर्ड ने 2022-23 परीक्षा (CBSE Exam 2022-23) तारीख की घोषणा करते हुए कहा है कि परीक्षाएं 15 फरवरी 2023 से संचालित होगी। वहीं परीक्षा पुराने पैटर्न (old pattern) के जरिए संचालित की जाएगी। इस वर्ष 10वीं-12वीं की परीक्षा 2 सत्र में ना होगा एक सत्र में आयोजित की जाएगी। वहीं वर्ष 2022-23 के लिए पूरे पाठ्यक्रम पर बोर्ड परीक्षा आधारित रहेगी।
बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कंपार्टमेंट परीक्षाओं के लिए डेट शीट की घोषणा की है। वही कंपार्टमेंट परीक्षा 23 अगस्त 2022 से शुरू होगी और 29 अगस्त 2022 तक संचालित की जाएगी। इसी बीच बोर्ड ने नवीन गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के मुताबिक केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अपने संबंध के स्कूलों में दसवीं में बेसिक मैथ (241) का चयन करने वाले छात्रों को ही 11वीं में गणित विषय (041) को पेश करने की अनुमति दे दी है।
संबंधित स्कूलों के प्रिंसिपल को लिखें पत्र में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल ने लिखा है कि पहले कोरोना महामारी को देखते हुए छूट दी गई थी। जिसे 1 वर्ष के लिए बढ़ाया जा रहा है। वही बोर्ड ने लिखा कि सत्र 2022 में Corona से बुरी तरह प्रभावित हुआ है और सत्र में पहले ही देरी हो चुकी है। इसलिए इस गतिविधि को समय पर पूरा करने की आवश्यकता है। इस अनुसार दसवीं कक्षा के वैसे छात्र जिन्होंने गणित मानक (241) का अध्ययन किया है वह 11वीं कक्षा में गणित (041) की पेशकश कर सकेंगे।
बोर्ड ने अनुमति दी है कि दसवीं कक्षा में गणित के बेसिक की पेशकश करने वाले छात्र को कक्षा 11वीं में केवल अनुप्रयुक्त गणित की पेशकश करने की अनुमति दी गई है। इस नियम को सीबीएसई ने पिछले 2 वर्षों में कोरोना महामारी के कारण लागू किया गया था। जिसे अब 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा में 20 फ़ीसदी वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जाने की तैयारी की है। 2023 की परीक्षा में सिलेबस में कोई कटौती नहीं की गई है।
वही किसी भी चैप्टर को नहीं हटाया गया है। सभी विषयों से प्रश्न पूछे जाएंगे। इसकी जानकारी सीबीएसई द्वारा दी गई है।नए सत्र के लिए सीबीएसई ने क्षमता आधारित प्रश्नों की संख्या में वृद्धि की है। यह ऐसे प्रश्नों के जिसका उत्तर छात्रों को अपनी समझ के मुताबिक देना होगा। इसके अलावा क्षमता आधारित प्रश्न, मल्टीपल चॉइस, केस स्टडी, लघु उत्तरीय प्रश्न आदि भी प्रश्न पत्र में मौजूद रहेंगे। 15 फरवरी 2023 से प्रायोगिक परीक्षा की शुरुआत की जाएगी। वही छात्रों के लिए आंतरिक मूल्यांकन 20 फ़ीसदी तय किया गया है।