पटना, डेस्क रिपोर्ट। राज्य सरकार ने एक बार फिर से अपने कर्मचारियों (Employees) को बड़ी राहत दी है। दरअसल एक बार फिर से उनके मानदेय में भारी वृद्धि (honorarium hike) की गई है। जिसके साथ ही कर्मचारियों के मानदेय 44000 रूपए से बढ़कर 65000 रूपए हो गए हैं। पीएचसी और एपीएचसी में एनआरएचएम और आरबीएसके के तहत कार्यरत चिकित्सकों को मानदेय के रूप में 44000 रूपए देने का फैसला किया गया था। हालांकि अब इसे बढ़ाकर 65000 रूपए किया गया है।
इसके साथ ही कर्मचारियों के वेतन में 21000 रूपए तक की वृद्धि कर दी गई है। बता दें कि संविदा पर कार्यरत आयुष चिकित्सकों का मानदेय संविदा एलोपैथी चिकित्सकों के सम्मान करने का प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन था। इस मामले में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में संविदा के आधार पर आयुष चिकित्सकों का मानदेय एलोपैथ में मिल रहे चिकित्सकों के समान पुनरीक्षित करने का फैसला किया गया है।
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इतना ही नहीं राज्य सरकार द्वारा मामले में आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। अपर सचिव सह महानिदेशक आयुष, राम ईश्वर ने आदेश जारी करते हुए इसे तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।
वेतन में 21000 रूपए तक की वृद्धि चिकित्सकों के लिए बेहद बड़ी खुशी लेकर आई है। मामले में आयुष मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के सचिव सुशील कुमार झा का कहना है कि सरकार के इस आदेश से डॉक्टरों को बड़ी राहत मिलेगी।
2018 के दिसंबर महीने में कैबिनेट में यह निर्णय लिया गया था कि एलोपैथी के में कार्य कर रहे संविदा चिकित्सकों की सामान्य आयुष चिकित्सकों को मानदेय उपलब्ध कराया जाएगा। 3 साल के बाद आखिरकार सरकार द्वारा इस फैसले को मान्य कर लिया गया।