ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior) जिले की डबरा तहसील (Dabra Tehsil) के अंतर्गत आने वाली पिछोर नगर परिषद में अध्यक्ष पद के निर्वाचन के दरमियान कल शनिवार को वायरल वीडियो (Viral Video) पर पूर्व मंत्री एवं लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी (Imarti Devi) ने ग्वालियर में सफाई दी है।
ग्वालियर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंची इमरती देवी से जब मीडिया ने वायरल वीडियो पर सवाल किया तो उन्होंने कहा – हमें पता नहीं किससे विवाद हुआ, और जिससे हुआ है उसने पहले कुछ किया होगा तो हमने भी कर दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई एक SC महिला को गाली देगा तो, किसी का मुंह चलेगा किसी के हाथ चलेंगे। हमारे प्रत्याशी को हराने के लिए मुझे टारगेट कर रहे थे लेकिन हमने अपने प्रत्याशी को 12 वोट लेकर जिता लिया।
इमरती देवी ने आरोप लगाया कि पिछोर नगर परिषद में हमारे प्रत्याशी को हराने के लिए प्रयास किये गए, तहसीलदार दीपक शुक्ला बगैर परमिशन के अंदर घुसे थे। तहसीलदार किसी के कहने पर हमारे प्रत्याशी को हराने के लिए मतदान स्थल के अंदर गए थे। मैं इसकी शिकायत सीएम से करूंगी और महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) से भी करूंगी।
शनिवार को पिछोर नगर परिषद चुनाव में उस वक्त हंगामे की स्थिति बन गई, जब इमरती देवी और कुछ युवकों के बीच विवाद बढ़ गया। विवाद बढ़ने के बाद मौके पर ही युवकों द्वारा इमरती देवी मुर्दाबाद की नारे बाजी शुरू हो गई। जिसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव हारने वाले नवल भार्गव ने फेसबुक वॉल से इमरती देवी और उनके समर्थकों पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगा दिया। जिस पर अब इमरती देवी ने स्पष्टीकरण दिया है।