भोपाल/ग्वालियर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के अधिकारी (officers)-कर्मचारियों (MP Employees) के लिए बड़ी खबर है। दरअसल कई कर्मचारियों के वेतन (Employees salary) को जारी नहीं किया गया है। वहीं कर्मचारियों द्वारा यदि राज्य शासन के दिशा निर्देश को नहीं माना गया और आदेश का पालन नहीं किया गया तो कर्मचारियों के वेतन को रोक दिया जाएगा। अगले महीने उनकी सैलरी का भुगतान नहीं किया जाएगा। बता दे कि सरकारी कर्मचारियों द्वारा ESS फॉर्म भरने के निर्देश जारी किए गए थे। 30 कर्मचारियों के फॉर्म में कोई गड़बड़ी थी। जिसे सुधारने के लिए बोला गया था पर किसी ने ध्यान नहीं दिया।
इस बीच ग्वालियर ट्रेजरी ऑफिसर ने ना केवल गलती करना है कर्मचारी बल्कि पूरे डिपार्टमेंट के वेतन पर रोक लगा दी है। दरअसल सिविल सर्जन आरके शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शासन द्वारा एक सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। जिसमें सभी कर्मचारियों के डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए गए। कर्मचारियों को पूरी जानकारी एवं फॉर्म में भरकर जमा करनी है। जिसे ESS फॉर्म कहा जा रहा है।
वहीं राज्य शासन द्वारा जैसे जल सभी कर्मचारियों को अपने डाटा अपडेट करने के निर्देश दिए गए थे।जिसके पालन न करने पर कर्मचारियों का वेतन रोका गया। इस फॉर्म का उपयोग कर्मचारियों के सेवानिवृत्ति होने पर उनके वेतन, भत्ता और फंड आदि समय पर भुगतान करने के लिए उपलब्ध में लाया जाएगा। कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन और वेतन भत्ते के भुगतान के लिए ऑफिस के चक्कर न लगाने पड़े। इसलिए सरकार द्वारा व्यवस्था अपनाई जा रही है।
इसी बीच ग्वालियर जिला अस्पताल के 560 कर्मचारी भी शामिल है। इनमें से 530 लोगों ने फॉर्म भर दिया है। वही 530 में से 30 लोगों ने नॉमिनी फॉर्म में गड़बड़ी की थी। जिसे सुधारने के निर्देश ट्रेजरी ऑफिसर द्वारा दिए गए थे। पिछली बार ट्रेजरी ऑफिसर द्वारा सात लोगों के वेतन रोकने के निर्देश भी दिए गए थे। हाल ही में ट्रेजरी ऑफिसर के बदल जाने के बाद एक बार फिर से नए ट्रेजरी ऑफिसर ने जल्द से जल्द गड़बड़ी को सुधारने के निर्देश दिए। वहीं 560 कर्मचारियों के वेतन को रोक दिया है।