MP: राज्य शासन की बड़ी तैयारी, सीएम शिवराज ने कलेक्टर्स को दिए निर्देश, 51 जिलों को मिलेगा लाभ

Kashish Trivedi
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MP Shivraj Government

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (MP) में अब जल संरक्षण (water conservation) के लिए बनी व्यवस्था की जाएगी। दरअसल पीएम मोदी (PM Modi) के आवाहन पर पूरे देश में जल स्रोतों के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। मध्यप्रदेश में 5000 से अधिक अमृत सरोवर (Amrit Sarovar) का निर्माण किया जाएगा। आगामी 1 वर्ष के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी के आवाहन पर सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने प्रदेश में 51 जिलों में बनाई जाने वाली अमृत सरोवर के निर्माण का शुभारंभ राज्य स्तरीय जलाभिषेक अभियान से किया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश में 5352 अमृत सरोवर का निर्माण किया जाएगा।

आजादी के अमृत महोत्सव में प्रदेश में 5 हजार 352 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जाएगा। यह कार्य आगामी एक वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 51 जिलों में बनाये जाने वाले इन अमृत सरोवर के निर्माण का शुभारंभ हाल ही में राज्य स्तरीय जलाभिषेक अभियान में किया। सीएम शिवराज ने कहा है कि जल संवर्धन के लिये ये सभी सरोवर वरदान साबित होंगे।

इसके लिए कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए प्रदेश में जल संरक्षण के लिए बड़े चेक डैम और स्टार डैम निर्माण का कार्य 1 वर्ष में किया जाना है। सभी कलेक्टरों को 100-100 जल संग्रहण संरचनाओं को अमृत सरोवर योजना में चयनित करने के निर्देश दिए गए थे। हालांकि 24 कलेक्टर द्वारा अब तक लक्ष्य को हासिल नहीं किया गया है।

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वहीं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों की मानें तो मुरैना जबलपुर जिले में सरोवर चयन में अच्छा कार्य किया दोनों जिलों ने योजना के लिए 237 कार्य चिन्हित किए हैं। इसके लिए समूह भी गठित की जाएगी। साथ ही प्रदेश में अभी तक अमृत सरोवर के लिए 5187 कार्य चिन्हित किए जा चुके हैं। जिन Collectors ने अभी तक लक्ष्य की पूर्ति नहीं की है। उन्हें सीएम शिवराज ने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के कार्य को प्राथमिकता से लिया जाए।

ग्रामीण विकास विभाग द्वारा अमृत सरोवर के लिये तैयार की गई कार्य-योजना में सर्वाधिक अमृत सरोवर जबलपुर एवं मुरैना जिले में 237-237, धार में 192, सिवनी में 140, रीवा में 137, नर्मदापुरम में 132, राजगढ़ में 120 एवं छिंदवाड़ा जिले में 124 बनाये जायेंगे। इसी प्रकार खरगोन जिले में 116, सागर में 111, अलीराजपुर में 110, सीहोर एवं सिंगरौली जिले में 106-106, अशोकनगर, भिण्ड, डिण्डोरी, कटनी और मण्डला जिले में 105-105, सीधी में 104, आगर-मालवा में 71, अनूपपुर, बुरहानपुर, छतरपुर, शाजापुर एवं विदिशा जिले में 100-100, बालाघाट में 112,, बड़वानी में 90 अमृत सरोवर का निर्माण होगा।

बैतूल में 95, भोपाल में 45, दमोह में 83, दतिया में 92, देवास में 94, गुना में 84, ग्वालियर में 81, इंदौर में 45, झाबुआ में 102, खण्डवा में 93, मंदसौर में 75, नरसिंहपुर में 68, नीमच में 102, पन्ना में 85, रायसेन में 90, रतलाम में 85, सतना में 78, शहडोल में 76, श्योपुर में 93, शिवपुरी में 81, टीकमगढ़ में 76, उज्जैन में 72 और उमरिया जिले में 84 अमृत सरोवर बनाये जायेंगे।


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