भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्य प्रदेश (MP) में उच्च शिक्षा (Higher Education) को सही करने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। एक तरफ जहां नर्सिंग कॉलेज में लगातार भारी गड़बड़ी के कारण सरकार ने कई नर्सिंग कॉलेज की मान्यता रद्द कर दिया है। वहीं MP College अपग्रेडेशन फार्मूला (Upgradation Formula) का असर UG-PG के प्रवेश में देखने को नहीं मिल रहा है। दरअसल राज्य के निजी और सरकारी कॉलेज में प्रवेश (Private-Government school admission) को लेकर पहली बार अपग्रेडेशन का फार्मूला लागू किया गया है। हालांकि छात्रों द्वारा इस में कोई रुचि नहीं दिखाई गई है।
पीजी कॉलेज लेवल काउंसलिंग (PG CLC) की बात करें तो पहले कॉलेज लेवल काउंसलिंग के तहत एडमिशन दिए जाने के मामले में आज अंतिम दिन है। इसमें करीब 43000 छात्रों द्वारा पंजीयन कराया गया है। जिनमें से ऊंची शिक्षा विभाग के पास करीब 60900 छात्रों की चॉइस फिलिंग आई थी। जिनमें से 39670 छात्रों को सीटों का आवंटन किया गया है। वहीं 19201 ने आवंटन को स्वीकार करते हुए 17,603 छात्रों ने एडमिशन की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है जबकि दूसरे राउंड की कॉलेज लेवल काउंसलिंग में 27960 में चॉइस फिलिंग की है। वहीं 5444 द्वारा सत्यापन का कार्य पूरा कर लिया गया है। शुक्रवार को अंतिम तिथि होने के कारण माना जा रहा है कि आज एडमिशन की प्रक्रिया के आंकड़ों मैं इजाफा देखने को मिलेगा।
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बता दे कि एडमिशन के पहले चरण में अपग्रेडेशन के तहत 10597 अलॉटमेंट में से केवल 1000 ही एडमिशन में रुचि दिखाई है। वही पहले चरण की काउंसलिंग के लिए भी कॉलेज में प्रवेश के लिए अपग्रेडेशन का विकल्प रास नहीं आ रहा है। इस मामले में कम एडमिशन देखने को मिले। छात्रों का मानना है कि अंतिम तारीख खत्म होते ही छात्रों को खुद ही पसंद किए गए कॉलेज में कोर्स की सीट मिल जाएगी। जिससे वो अपग्रेडेशन फार्मूला का लाभ नहीं ले रहे है।
बता दें कि पिछले साल जहां मध्य प्रदेश कॉलेज में प्रवेश के लिए यूजी में 1,60,000 क्षेत्र एडमिशन हुए थे। वही पहले चरण में इस साल यूजी में 96000 बच्चों ने प्रवेश लिया है। हालांकि उच्च शिक्षा विभाग का कहना है कि अभी कॉलेज लेवल काउंसलिंग के तीन राउंड हैं। जिसमें रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन जारी है। इसके बाद प्रवेश आंकड़ों का बढ़ना तय माना जा रहा है।
वहीं अब तक के आंकड़ों की माने तो उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कराई जा रही काउंसलिंग के पहले राउंड और सीएलसी राउंड के बाद यूजी और पीजी के पंजीयन का आंकड़ा दो लाख के करीब पहुंच गया है। हालांकि पहले सीएलसी राउंड में यूजी पीजी में केवल 70000 एडमिशन हुए थे जबकि 75000 छात्रों द्वारा आवंटित सीटों को छोड़ दिया गया था। वही सीएलसी राउंड में विभाग द्वारा सवा लाख छात्रों को आवंटन किए गए सीट पर 52000 से अधिक छात्रों ने एडमिशन की प्रक्रिया को पूरा किया है। वही खाली हुई सीटों को अब मेरिट के अनुसार आवंटित किया जाएगा।