भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नई एजुकेशन पॉलिसी (NEP 2020) के तहत एक बार फिर से MP College परीक्षा रिजल्ट (exam result) तैयार करने में संशोधन किया जाएगा। दरअसल परीक्षाओं में तैयार हो रहे रिजल्ट को लेकर नवीन बदलाव किए गए हैं। जिसमें महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। यदि स्नातक फर्स्ट ईयर (UG First year)परीक्षा में छात्र को उन्हें विषयों की परीक्षा देनी होगी। जिन्होंने कम अंक प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा कोई दूसरी बार भी इन विषयों में फेल होते हैं तो उन्हें फेल नहीं माने किया जाएगा।
अगले साल अप्रैल में DAVV फर्स्ट ईयर की मुख्य परीक्षा आयोजित होगी। इन छात्रों को 9 विषयों की परीक्षा नहीं देनी होगी। नए संशोधन के मुताबिक जिन विषयों में छात्रों को कम अंक प्राप्त हुए उन्हें असफल घोषित किया गया है सिर्फ उन्हीं विषयों की परीक्षा छात्रों को देने होंगे। इसके लिए न्यूनतम एक विषय जबकि अधिकतम 4 विषय हो सकते हैं। छात्रों को पूरे 9 विषयों की तैयारी करने से मुक्ति मिलेगी।
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DAVV एग्जाम कंट्रोलर अशीष तिवारी का कहना है कि इसका लाभ पहले सत्र के छात्रों को होगा। जिससे छात्रों को दो बार सारे विषयों की परीक्षा देने के तनाव से मुक्ति मिलेगी। नियम के तहत बीकॉम बीबीए बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र केवल उन्हीं विषयों की परीक्षा में शामिल होंगे। जिनमें वह असफल हुए हैं। इसके लिए परीक्षा दिसंबर में आयोजित होगी। वही इसके परिणाम जनवरी में जारी किए जाएंगे। वर्तमान नियम के तहत यदि कोई छात्र एक विषय में फेल होता था तो उसे दोबारा प्रथम वर्ष में ही प्रवेश लेकर सभी विषयों की परीक्षा देनी होती थी। लेकिन अब पूरा के परिणाम में छात्र जिस विषय में फेल होगा, उसे केवल उसी विषय की परीक्षा देनी होगी।
इसके अलावा एक से लेकर 4 विषयों की पूरक परीक्षा में छात्र सफल माने जाएंगे और उन्हें द्वितीय सत्र में प्रवेश दे दिया जाएगा। इसके लिए गाइडलाइन भी तय किए गए हैं। जिसमें प्रथम वर्ष की मूल परीक्षा के परिणाम में छात्रों को कुल 40 क्रेडिट से 19 या उससे कम क्रेडिट आने पर उन्हें असफल नहीं माना जाएगा। जिन छात्रों को क्रेडिट 40 में से 20 से 39 क्रेडिट प्राप्त हुए हैं, उन्हें अधिकतम 4 विषय में पूरा का पात्र माना जाएगा। वहीं छात्रों को 40 क्रेडिट मिलेंगे, वह पास माना जाएगा।
बता दें कि छात्रों को भी कम बीए बीए बीएससी प्रथम वर्ष में 100 में से 35 अंक लाना अनिवार्य होगा वही 70 अंक के थ्योरी में उन्हें न्यूनतम 25 जबकि इंटरनल के 30 में से 10 अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा। फाउंडेशन रिसीवर में छात्रों को 50 में से 17 और 18 अंक लाना अनिवार्य होगा।