भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP), देश का पहला ऐसा राज्य होने जा रहा है। जहां एमबीबीएस की पढ़ाई अब हिंदी (MBBS in Hindi) में करवाई जाएगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। वही देश में चिकित्सा शिक्षा को नए अध्याय के रूप में परिपूर्ण करते हुए कुछ ही देर में देश के गृहमंत्री अमित शाह (Amit shah) एमबीबीएस की हिंदी पुस्तकों का विमोचन करेंगे। लाल परेड मैदान में आयोजित कार्यक्रम में हिंदी में ज्ञान के प्रकाश के लिए करीब 30000 छात्रों के अलावा चिकित्सा और हिंदी क्षेत्र के जानकार भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भोपाल दौरे और एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में करवाए जाने को लेकर सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। सीएम शिवराज ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में करवाई जाएगी। इसके लिए तैयारी की गई है। कुछ पुस्तकें हिंदी में तैयार भी करवाई गई है। सीएम शिवराज ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में होगी l हिंदी भाषी राज्य में अंग्रेजी की बाध्यता को समाप्त किए जाने की तरफ पहला कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश ने मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में किए जाने की तैयारी की है। शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है।
सीएम शिवराज ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में करने के बाद वो डॉक्टर हिंदी भाषी राज्य में पदस्थ हो सकते हैं। वह बाद में अंग्रेजी भाषा सीख सकते हैं लेकिन फिलहाल पढ़ाई में अंग्रेजी की बाध्यता को समाप्त करना इसका मुख्य उद्देश्य है। सीएम शिवराज ने कहा कि जब अन्य देश में सरकार द्वारा वहां की भाषा शैली का इस्तेमाल कर शिक्षा का ज्ञान दिया जाता है। ऐसे में हमारे देश के बच्चे अपनी भाषा में पढ़ाई क्यों नहीं कर सकते।
वही हिंदी में मेडिकल की पढ़ाई के लिए सीएम शिवराज ने अपनी आगे की कार्य शैली का जिक्र करते हुए कहा कि वह सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से इस विषय पर चर्चा करेंगे और अपने द्वारा किए गए प्रयास को अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ भी शेयर करेंगे। ऐसे में उन्हें भी हिंदी भाषा में मेडिकल की पढ़ाई किए जाने को लेकर तैयारी करने की अपील भी की जाएगी।
आगे की कार्यशैली बताते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि अंग्रेजी की बाध्यता को समाप्त किया जाएगा। इसी वर्ष से इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों में भी हिंदी में पढ़ाई कराई जाएगी। सीएम शिवराज ने कहा कि आने वाले समय में अन्य विषयों की पढ़ाई भी हिंदी में करवाई जाएगी जबकि आने वाले समय में मध्य प्रदेश में स्थित आईटीआई में भी हिंदी में शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।
मेडिकल चिकित्सा की किताब का हिंदी में अनुवाद किया गया है। एमबीबीएस प्रथम वर्ष तक बायो केमिस्ट्री ऑफ फिजियोलॉजी की एक किताब लगती थी लेकिन अब 2 किताब तैयार किए हैं। एनाटॉमी की पुस्तक के पहले भी तीन खंड थे। हिंदी में भी तीन खंड में ही पुस्तक तैयार किए गए हैं।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी भारतीय शिक्षा क्षेत्र में इसे ऐतिहासिक दिन करार दिया है। भोपाल आने से पूर्व ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि आज भारतीय शिक्षा क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है। मध्यप्रदेश के भोपाल में मेडिकल की पढ़ाई को हिंदी में शुरू किया जा रहा है। भारतीय भाषाओं के सशक्तिकरण के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के संकल्प की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। जिससे बच्चे अपनी भाषा में पढ़ाई कर सकेंगे।