भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश में सरकारी कामों और योजनाओं में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों कर्मचारियों पर एक बार फिर बड़ा एक्शन लिया गया है। इसी कड़ी में जबलपुर में आयुष्मान योजना फर्जीवाड़े मामले में डॉ. अश्विनी पाठक को नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज अस्पताल से निलंबित कर दिया गया है। मेडिकल की डीन डॉ. गीता गुईन ने निलंबन की पुष्टि की है। किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. पाठक मेडिकल कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर थी। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने ने की है।
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सागर में जिला शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक ने नोटिस जारी कर जिला मुख्यालय के महारानी लक्ष्मीबाई कन्या हायर सेकंडरी स्कूल में संचालित सीएम राइज स्कूल स्कूल प्राचार्य विनोद दुबे से जवाब तलब किया है।यह कार्रवाई महारानी लक्ष्मीबाई सीएम राइज स्कूल में 5 सितंबर शिक्षक दिवस के कार्यक्रम में सर्वपल्ली डाॅ. राधाकृष्णन का फोटो लगाने के बजाए भगवान राधा-कृष्ण का फोटो बैनर पर लगाने के मामले में की गई है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने पर यह मामला उजागर हुआ। इसके बाद डीईओ ने स्कूल के प्राचार्य सहित अन्य स्टाफ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
राजगढ़ एसपी अवधेश कुमार गोस्वामी ने ASI का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद उसे निलंबित कर दिया है। आरोप है कि ASI ने डायरी देर से पेश करने के एवज में 23 हजार रुपए मांगे थे। 7 हजार की लेन देन के समय फरियादी पक्ष ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो सामने आने के बाद राजगढ़ एसपी ने कोतवाली में पदस्थ एसएसआई को तत्काल निलंबित कर दिया है।
कटनी जिले के कैमोर थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के आरोपी के पुलिस अभिरक्षा से भागने के मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केड़िया ने बड़ी कार्रवाई की है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने हेड कांस्टेबल चंद्रिका शुक्ला को निलंबित कर दिया गया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।इधर आरोपी के भागने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी वे आक्रोशित हो गए और रविवार को कैमोर-झुकेही मार्ग पर जाम लगा दिया, पुलिस वाहन पर भी पथराव किया, जिसके कारण पुलिस का वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया।
जबलपुर की स्वच्छता में लापरवाही बरतने पर निगमायुक्त आशीष वशिष्ट ने ह्यूमन मैट्रिक्स एजेंसी को कड़ी फटकार लगाते हुए संचालक का भुगतान रोकने के आदेश दिए है। वही रूट के खिलाफ डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन करने वाले 10 वाहन चालकों की सेवा समाप्ति का आदेश दिया है। निगमायुक्त ने समीक्षा में पाया कि एजेन्सी द्वारा जिम्मेदारियों का कोई निर्वहन नहीं किया जा रहा है। जिस पर कड़ी फटकार लगाते हुए एजेंसी संचालक का 1 माह 10 दिन का कोई भुगतान नहीं करने के आदेश जारी किये।