Personality Test: हर व्यक्ति का रंग ढंग, व्यवहार, बोल चाल और खान पान अलग अलग है। व्यक्ति के व्यक्तित्व में होने वाली यही चीज है उसे दूसरों से अलग बनाने का काम करते हैं। उसे क्या पसंद है क्या नहीं, वह कैसे बोलता है कैसे खाता है, कैसे उठता है, बैठता है, यह सब कुछ पर्सनैलिटी के बारे में बहुत कुछ बताता है। जब भी व्यक्तित्व के बारे में जानकारी निकालने की बात आती है तो सभी लोग व्यवहार देखते हैं। लेकिन व्यवहार के अलावा भी कई ऐसी चीज होती है, जिनके जरिए व्यक्तियों के बारे में पता किया जा सकता है।
किसी भी व्यक्ति के स्वभाव से सब कुछ पता लगा पाना मुश्किल इसलिए होता है क्योंकि हर व्यक्ति दूसरों के सामने अच्छी तरह से पहचाने का काम करता है। हर कोई चाहता है कि उसे अच्छा इंसान समझा जाए इसलिए अगर मन में बुरी भावना है तो भी वह सामने अच्छा ही व्यवहार करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि व्यक्ति जिस तरह से बोलता है उसके जरिए उसके स्वभाव के बारे में पता किया जा सकता है। चलिए आज मैं आपको अलग-अलग तरीके से बोलने वाले लोगों के व्यक्तित्व के बारे में बताते हैं।
स्पष्ट न बोलने वाले
कुछ लोगों को बहुत जल्दी-जल्दी अपने कोई भी बात स्पष्ट लहजे में ना बोलने की आदत होती है। इस तरह के लोग मन में बातों को छुपा कर रखते हैं और कभी भी बातें स्पष्ट तरीके से सामने नहीं रखते। इनकी इस आदत की वजह से भ्रम की स्थिति बनती है। इन पर विश्वास कर पाना मुश्किल काम होता है कभी भी इन पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए।
ऊंचे स्वर में
कुछ लोगों को ऊंची आवाज में बोलने की आदत होती है। दूसरों के मुकाबले इनकी आवाज काफी तेज होती है। इस तरह के लोग काफी जिद्दी होते हैं। यह अपना कोई भी फैसला यार आए दूसरों पर ठोका पसंद करते हैं। लोगों का ध्यान आकर्षित करना इन्हें अच्छी तरह आता है।
कर्कशता से बोलने वाले
कुछ लोगों को कटु वचन बोलते हुए देखा जाता है। दरअसल यह अच्छा भी बोले तो उनकी वाणी कर्कश ही लगती है। बोलते समय इनके शब्द टूटे हुए होते हैं। इस तरह के लोग झगड़ालू किस्म के होते हैं। आपको बता दें कि उनके अंदर एक पीड़ा छिपी होती है जिस वजह से यह ऐसा व्यवहार करते हैं।
दहाड़ कर बोलना
कुछ लोगों को बहुत अधिक जोर से बोलने की आदत होती है। वैसे ही जोर से नहीं बोलते, बात आराम से ही करते हैं लेकिन इनकी आवाज घुर्राने वाली होती है। इस तरह के लोग किसी भी चीज का गहनता से अध्ययन करना पसंद करते हैं। अपनी सोचने समझने और सीखने की क्षमता के कारण यह लोग विद्वान बनते हैं।
दबे स्वर में बोलना
कुछ लोग बहुत धीमे और दबे हुए स्वर में बात करते हैं। इस तरह के लोग अपनी बातें स्पष्ट रूप से नहीं रखपाते। इनके अंदर आत्मविश्वास की कमी देखने को मिलती है। उनकी इच्छा शक्ति कमजोर होती है और यह कई बार मूर्खता भरा व्यवहार कर जाते हैं।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।