नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कर्मचारियों (Employees) को फिर से बड़ा तोहफा मिल सकता है। दरअसल बीएसपी (BSP) और सेल (SAIL) के अफसरों की वेतन विसंगति के निराकरण के लिए ड्राफ्ट (Draft) तैयार कर लिया गया है। इसके अलावा उनकी वेतन वृद्धि (increment) पर भी सितंबर महीने में फैसला देखने को मिल सकता है। बता दे 2008 और 2010 के कर्मचारी प्रमोट होकर अफसर बन गए हैं। वहीं 2012 को हुए कर्मचारियों के वेतन समझौते (pay revision) में 17% एमजीबी के लाभ से वंचित रह गए हैं। अब इनकी वेतन विसंगति दूर करते हुए वेतन वृद्धि को लेकर कमेटी का गठन किया गया।
बता दे कि 2012 में कर्मचारियों के समझौते में 17% एमजीबी के लाभ से वंचित रह गए थे और Promote हुए कर्मचारियों के वेतन में भी काफी विसंगति देखने को मिली थी। वेतन समझौते की अवधि 5 वर्ष निर्धारित की गई थी। वही प्रमोट होने के बाद कर्मचारी वर्ग के वेतन वृद्धि के बाद उन्हें समाहित किया जाना था, जो अब तक नहीं किया गया है। ऐसे में प्रमोशन के बाद भी कर्मचारियों को आर्थिक लाभ नहीं मिल रहा है।
वहीं सेल में कर्मचारियों की संख्या 1600 है जबकि बीएसपी में 500 जूनियर अफसर शामिल हैं। जिस पर गंभीर निर्णय लेते हुए कमेटी का गठन कर दिया है और विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन के बाद सेल को अनुशंसा की गई है। सेल ने ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। सितंबर में SAIL-सैफी की बैठक होने वाली है। जिसके बाद संबंधित आदेश जारी किया जाएगा।
वही एक बार फिर से सेल कर्मचारियों के वेज रिवीजन (wage revision) होने के बाद जूनियर अफसरों को उनके पे ग्रेड का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कर्मचारी को 2012 और उसके बाद 2017 में MGB मिल गया था। जिसके कारण में काफी अंतर देखने को मिल रहे हैं। वहीं उनके वेतन में हो रहे नुकसान में और वृद्धि हो गई है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश देखा जा रहा है।
इससे पहले जूनियर अफसरों के वेतन विसंगति पर एक नजर
- बता दें कि फरवरी 1993 में 23 लोगों को सीनियर टीओटी के रूप में नियुक्ति दी गई। इन सभी कर्मचारियों को एक साथ बेसिक ग्रेड S-6 7 8 और 9 उपलब्ध कराए जा रहे थे। 2008 में कर्मचारियों को जूनियर अफसर नियुक्त किया गया, आज उनका बेसिक ग्रेड e-4 यानी ₹95560 तय किया गया है।
- 2010 में जिन कर्मचारियों को प्रमोट कर उन्हें जूनियर अफसर नियुक्त किया गया। आज उनका बेसिक ग्रेड e-4 या नहीं ₹87750 है।
- 2018 में जूनियर अफसर बने कर्मचारियों के लिए आज बेसिक ग्रेड E-1 है, जिसके तहत उन्हें ₹91390 सैलरी के रूप में उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- वही जो कर्मचारी अब तक जूनियर अफसर नहीं बन सकते हैं। उनका ग्रेड s-11 यानी ₹85065 हैं।
जिसके बाद पदोन्नति के लाभ मिलने के साथ ही सैलरी में नहीं हो रही वृद्धि को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं प्रमुख व कर्मचारी द्वारा लगातार वेतन विसंगति को दूर करने की मांग की जा रही थी। जिस पर चर्चा किया जायेगा। सितंबर महीने में इन्हें बड़ा लाभ उपलब्ध कराया जा सकता हैं।