रतलाम, मनोज श्रीवास्तव। रतलाम जिले की सैलाना नगर के फिल्टर प्लांट के एक सिलेंडर से क्लोरीन गैस का रिसाव हो रहा है। इससे बड़ी घटना होने के अंदेशा बना हुआ है। दो बार टेक्नीशियन को बुलाने के बाद भी जहरीली गैस का रिसाव नहीं रुक पाया है। जहरीली गैस के रिसाव की जानकारी मिलने पर सीएमओ जेपी गुहा परिषद के अमले के साथ मौके पर पहुंचकर मौका मुआयना किया। हालाँकि एसडीएम कामिनी ठाकुर का कहना है की कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने उज्जैन जिले के नागदा की ग्रासिम फैक्ट्री और रतलाम की इप्का लेबोट्रीज पर काबू पा लिया है। वहीं किसानों की फसलों को इस क्लोरीन गैस के रिसाव के वजह से नुकसान पहुंचा है, जिसको लेकर किसानों ने नगर परिषद से फसलों के मुआवजे की मांग की है।
मामले पर नगर परिषद् सीएमओ जेपी गुहा नगर परिषद के अमले के साथ फिल्टर प्लांट पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए फिल्टर प्लांट के सामने पूरे रहवासी क्षेत्र को एहतियात के बतौर खाली करवाया। क्लोरीन गैस ने परिसर और आसपास की हरियाली को भी नष्ट किया है। प्लांट बाउंड्री के पास खेती करने वाले किसानों के खेत की फसल को भी इस क्लोरीन गैस ने नुकसान पहुंचाया। किसानों ने नगर परिषद से फसलों के मुआवजे की मांग की।
स्थिति गंभीर होने पर शुक्रवार को सीएमओ जेपी गुहा ने स्वास्थ्य निरीक्षक नासिर अली व सुरेंद्र सिंह चौहान के साथ फिल्टर प्लांट पहुंचकर अवलोकन किया। इसके बाद आसपास के 9 घरों के 35 से ज्यादा रहवासियों को वहां से हटाया और सुरक्षित अन्यत्र स्थान पर भेज दिया गया। सभी रहवासी अपने घरों पर ताला लगाकर सुरक्षित अन्यत्र चले गए। पूरे मामले में सबसे बड़ी बात ये है की जब इतना बड़ा सयंत्र लग्न था जिसमे क्लोरीन गैस का रिसाव होने की सम्भावना थी तो इसको बीच शहर में स्थापित करने की परमिशन किसने दी एवं किसने डीपीआर बनाई और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इसका उद्घाटन भी करवा दिया इसका जिम्मेदार कौन है।
जब से प्लांट नगर परिषद को सुपुर्द किया तब से ही टेक्निकल कर्मियों की कमी के कारण पानी साफ करने के लिए इस गैस का उपयोग करना ही बंद कर दिया। माना जा रहा है कि सिलेंडर का उपयोग न होने के कारण ही क्लोरीन गैस का रिसाव हो रहा है। बुधवार और गुरुवार को गैस रिसाव होने पर पहले रतलाम के की इप्का फैक्टरी और बाद में नागदा की ग्रेसिम उद्योग से तकनीकी जानकार बुलाए थे, लेकिन फिर भी इस समस्या से पूरी तरह निजात नहीं दिला पाए।