State Assembly Election Results LIVE – हार पर बोले गहलोत, जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं, परिणामों को बताया अप्रत्याशित

State Assembly Election Results LIVE – हार पर बोले गहलोत, जनादेश को हम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करते हैं, परिणामों को बताया अप्रत्याशितमध्यप्रदेश के साथ छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अब बीजेपी की सरकार होगी। तीनों राज्यों में भारी बहुमत के साथ बीजेपी जीत की ओर आगे बढ़ती जा रही यही। वहीं तेलंगाना में कांग्रेस को बहुमत मिला है। आपको बता दे, जहां मध्यप्रदेश में विधानसभा की 230 सीटों में से बीजेपी ने 164 सीटों आगे है तो वहीं राजस्थान में भी बीजेपी 117 सीटें और छत्तीसगढ़ में 90 में से 56 सीटें पर जीतती हुई नजर आ रही है।

Assembly Election Result 2023

राजस्थान में 200 विधानसभा सीटें हैं लेकिन आज 199 सीटों के परिणाम ही घोषित होंगे। दरअसल, श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर निर्वाचन सीट पर कांग्रेस ने अपने वर्तमान विधायत गुरमीत सिंह कुन्नर (75) को मैदान में उतारा था। लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के बाद 15 नवंबर को उनका निधन हो गया जिसके बाद चुनाव आयोग ने इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया था। राजस्थान में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी के बीच है और दोनों ही अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि कहा जाता है कि राजस्थान में राज बदलने का रिवाज़ है, मतलब हर पांच साल में यहां सरकार बदल जाती है। देखना होगा कि इस बार भी ये बात सच साबित होती है या नहीं।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।