राज्य सरकार का तोहफा, मानेदय और वेतन में भारी वृद्धि, खाते में आएगी 20000 तक राशि, कर्मचारियों-शिक्षकों को मिलेगा लाभ

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Employees teacher Salary Honorarium  hike : मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के बाद महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस सरकार ने प्रदेश का बजट पेश कर दिया है। इसमें किसानों से लेकर छात्रों तक को बड़ी सौगात दी गई है। वही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, कर्मचारियों और शिक्षकों को भी वेतन वृद्धि और मानदेय का तोहफा मिला है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं-सहायिकाओं  की सैलरी में वृद्धि

  1. महाराष्ट्र सरकार ने आशा स्वयंसेवकों की सैलरी 3500 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए कर दिया गया है। आंगनबाड़ी सेविकाओं का वेतन 8325 रुपए से बढ़ाकर 10 हजार रुपए किया गया है । आंगनबाड़ी सहायिकाओं की सैलरी 4425 रुपए से बढ़ाकर 5500 रुपए कर दिया गया है।
  2. समूह प्रवर्तकों का पारिश्रमिक 4700 रुपये से बढ़ाकर 6200 रुपये किया गया। मिनी आंगनबाड़ी सेवकों का पारिश्रमिक 5975 रुपये से बढ़ाकर 7200 रुपये किया गया। इसके अलावा आंगनबाड़ी, मिनी आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका के 20 हजार पद भरे जाएंगे। आंगनबाड़ियों के माध्यम से भोजन की होम डिलीवरी के लिए चेन मैनेजमेंट सिस्टम तैयार होगा।
  3. खास बात ये है कि यह महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे की सरकार का पहला बजट था। इससे पहले उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के आर्थिक सर्वे को विधानसभा में पेश किया था। इसमें 2022-23 में राज्य की अर्थव्यवस्था की विकास दर 6.8 फीसदी रहने की उम्मीद है।

शिक्षकों के वेतन में 10 हजार की वृद्धि

इसके अलावा शिक्षकों को भी तोहफा मिला है। शिक्षा कर्मियों के लिए वेतन वृद्धि में औसत 10 हजार रुपये की वृद्धि की गई है। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षा कर्मचारी के वेतन में 6000 से 16,000 रुपये, माध्यमिक शिक्षा कर्मचारी के वेतन में 8000 से 18,000 रुपये, उच्च माध्यमिक शिक्षा कर्मचारी के वेतन में 9000 से 20,000 रुपये और पीएम श्री स्कूल के लिए 5 साल में 816 स्कूल के लिए 1534 करोड़ आंवटित किए गए।


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Pooja Khodani

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)