धनतेरस पर सोना खरीदने से पहले याद रखें ये 6 बातें, फ्रॉड से बचना होगा आसान

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Gold Buying Tips: फेस्टिव सीजन में अधिकांश लोग सोना खरीदते हैं। खासतौर से धनतेरस के मौके पर लोगों की कोशिश होती है कि सोना, चांदी या नए बर्तन खरीद कर इस पर्व को शुभ बनाया जा सके। इस बार भी दस नवंबर को आने वाले धनतेरस पर बहुत से लोग सोना, चांदी या कोई और बेशकीमती चीज खरीदने की प्लानिंग कर रहे होंगे। आपकी भी अगर इस मौके पर सोना खरीदने की तैयारी है तो 6 बातों का ध्यान जरूर रखें। ताकि आप सोना खरीदने में कोई गलती न कर बैठें।

सोने की शुद्धता

सोना खरीदने से पहले उसकी शुद्धता जरूर जांच लें। देश में 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध माना जाता है। इसके अलावा 22 कैरेट सोना भी खरीदा जाता है। आप सोना खरीदने से पहले ये जरूर चैक कर लें कि वो कितने कैरेट का है और उस पर हॉलमार्क है या नहीं।

सोने का वजन

आप सोने से बना जो भी सामान ले रहे हैं उसका वजन ही उसकी कीमत तय करेगा। आप उस दिन दस तोला सोने का भाव चैक कर लें और उसके बाद वजन के हिसाब से अंदाजा लगाएं कि आपने जो सामान पसंद किया है वो कितने का होगा। इसके साथ ही मेकिंग चार्ज भी पता कर लें।

बजट

सोना खरीदने से पहले अपने बजट की जानकारी भी होना जरूरी है। ऐसा न हो कि आप सोना खरीदने के चक्कर में जरूरत से ज्यादा पैसा खर्च कर अपना फाइनेंशियल बर्डन बढ़ा लें। इसलिए पहले बजट बनाए फिर टारगेट सेट करें।

कारण समझ लें

सोना सिर्फ इसलिए न खरीदें कि धनतेरस पर खरीदना शुभ होता है। बल्कि सोना क्यों चाहिए ये पहले ही तय कर लें। आपको ज्वैलरी लेना है या सेविंग के हिसाब से गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं। उस हिसाब से आप ज्वैलरी या कॉइन खरीद सकते हैं।

रिटर्न और एक्सचेंज

सोना लेते समय आप ज्वैलर की रिटर्न और एक्सचेंज पॉलिसी पर जरूर ध्यान दें। कभी सोना रीसेल करना पड़े तब उस ज्वैलर की क्या पॉलिसी होगी ये भी जान लें।

सेफ्टी

सोना खरीदने के साथ ही उसे सेफ रखना भी जरूरी है। इसके भी इंतजाम कर लें। सोना टूट भी सकता है और  चोरी भी हो सकता है। इसलिए इसकी हिफाजत की फिक्र होना भी जरूरी है।


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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