नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। UGC द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए बड़ी तैयारी की गई है। दरअसल पंचायत घरों में अब छात्र मुफ्त में उच्च शिक्षा (free higher education) की पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए लोक मित्र केंद्र (lok mitra kendra) बड़ी भूमिका निभाएंगे। दरअसल केंद्र सरकार ने ग्रामीण और दूरदराज के छात्रों को घर बैठे गुणवत्ता युक्त शिक्षा देने का निर्णय लिया है।इसके लिए यूजीसी ई-रिसोर्स पोर्टल (UGC E-Resource Portal) तैयार किया गया। साथ ही लोक मित्र केंद्र में छात्रों को स्नातक के अलावा भी PG के 23000 कोर्स उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए छात्र लोक मित्र केंद्र और कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर मुफ्त शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
इन कोर्सों के साथ ही नॉन इंजीनियरिंग छात्रों को आठ भारतीय भाषा में 25 को उसकी पढ़ाई करने का भी मौका दिया जाएगा। मामले में यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन ने सभी राज्य और विश्वविद्यालय को पत्र लिखा है। अपने लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2022 23 में डिजिटल शिक्षा की घोषणा की गई थी। इसी के लिए रूपरेखा तैयार की गई है नई रूपरेखा के तहत ग्रामीण और दूरदराज के छात्रों को घर बैठे डिजिटल माध्यम से उच्च शिक्षा से जोड़ा जाएगा।
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इसके लिए पंचायत में कॉमन सर्विस सेंटर में जाकर छात्र उच्च शिक्षा के डिजिटल पढ़ाई कर सकेंगे। इसके लिए कक्षाओं का संचालन भी कॉमन सर्विस सेंटर में किया जाएगा। हलाकि छात्रों को उच्च शिक्षा की पढ़ाई मुक्त कराई जाएगी लेकिन लोक मित्र केंद्र में फीस के रूप में छात्र को 20 रूपए प्रतिदिन और 500 महीना देना होगा। इसके अलावा स्नातकोत्तर के 23000 कोर्स सहित 137 स्वयं कोर्स और 259 इंजीनियरिंग कोर्स को आठ भारतीय भाषाओं में भी तैयार किया गया है। जिसके e-content भी छात्रों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
बता दें कि जिन कोर्सों को आठ भारतीय भाषाओं में तैयार किया गया। उसमें एकेडमिक राइटिंग के अलावा कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कॉरपोरेट लॉ, कॉरपोरेट टैक्स प्लैनिंग, सिटी एंड मेट्रोपॉलिटन प्लानिंग, साइबर सिक्योरिटी ,डिजिटल लाइब्रेरी के अलावा डायरेक्ट टैक्स लॉ एंड प्रैक्टिस, चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन, फूड माइक्रोबायोलॉजी एंड फूड सेफ्टी, के अलावा ह्यूमन राइट्स इन इंडिया, ऑर्गेनिक केमेस्ट्री, रिसर्च मेथाडलॉजी, एनिमेशन सहित 25 अन्य कोर्स को शामिल किया गया है।
इन कोर्सों को मराठी के अलावा हिंदी, बांग्ला, गुजराती, तेलुगू, मलयालम, तमिल और कन्नड़ भाषा में तैयार किया गया है। बता दें कि अभी तक एक और सिर्फ अंग्रेजी भाषा में मौजूद थे। जिन्हें 8 भाषाओं में शामिल किया गया है। 8 भाषाओँ के जरिए दूर दुरस्त के छात्रों को उच्च शिक्षा देते हुए इन भाषाओं में विषयों की जानकारी सौंपी जाएगी।